सेना में अग्निवीर की भर्ती परीक्षा के लिए 30 जून से लिखित परीक्षा शुरू हो चुकी है। 10 जुलाई तक वाराणसी समेत पूर्वांचल के 12 जिलों के 58 हजार से अधिक अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल होंगे। सेना कार्यालय के अनुसार तीन दिनों में 5860 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी है। कर्नल शैलेश ने बताया कि इस बार सेना ने अभ्यर्थियों को दो पदों पर आवेदन करने का मौका दिया है। कई अभ्यर्थियों ने जनरल ड्यूटी के साथ ही टेक्नीशियन के पद के लिए आवेदन किया है। अभी जनरल ड्यूटी के लिए लिखित परीक्षा चल रही है। उम्मीद है कि जनरल ड्यूटी से जुड़ी लिखित परीक्षा में गैरहाजिर अभ्यर्थी टेक्नीशियन की परीक्षा में शामिल होंगे। 13 भाषाओं में परीक्षा सेना में अग्निवीर की भर्ती के लिए इस बार 13 भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, मलयालम, तमिल, तेलगु, कन्नड़, पंजाबी, मराठी, गुजराती, बंगाली और असमी भाषा में अभ्यर्थी परीक्षा दे सकेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है जब क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा होगी। 02 पदों पर भर्ती का मौका इस बार अग्निवीर में दो पदों पर भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन का मौका दिया गया है। जनरल ड्यूटी के साथ ही तकनीशियन के पद के लिए आवेदन मांगे गए। इस वजह से पिछली बार की तुलना में 9078 अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक शैलेश कुमार ने बताया कि इस बार सर्वाधिक गाजीपुर से 11 हजार 401 रजिस्ट्रेशन हुए जबकि सबसे कम आवेदन 358 सोनभद्र जिले से हुए। वाराणसी, गोरखपुर और गाजीपुर में परीक्षा केंद्र अग्निवीर के लिए इस बार वाराणसी समेत पूर्वांचल के 12 जिलों गोरखपुर, जौनपुर, चंदौली, गाजीपुर, सोनभद्र, आजमगढ़, बलिया, भदोही, मऊ, मिर्जापुर और देवरिया के अभ्यर्थी अग्निवीर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वाराणसी में 06, गोरखपुर में 06 और गाजीपुर में 03 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।