आगरा में रक्षाबंधन के लिए लोग भले ही सोने और चांदी की राखियां खरीद रहे हो। लेकिन आगरा नगर निगम की गौशाला में बनी राखियां लोगों को खूब पसंद आ रही है। हाउस टैक्स व अन्य कार्य के लिए निगम परिसर में आ रहे लोग राखियों को खरीद रहे है। जो गाय के गोबर से तैयार की गई है, और इको फ्रेंडली है। नगर निगम आगरा गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई उत्पाद कर रहा है। दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश के इको फ्रेंडली मूर्तियां तैयार की जाती है। वहीं होली पर गोकाष्ठ तैयार किया जाता है। इस बार रक्षा बंधन पर गाय के गोबर से बनी राखी नगर निगम में उपलब्ध कराई गई है। गाय के गोबर से तैयार राखी में तुलसी का बीज है। जिसे गमले में डालने पर तुलसी का पौधा उग आएगा। स्टॉल संचालक प्रांकुर जैन ने बताया इन राखियों को बनाने का उद्देश्य पर्यावरण को सकारात्मक रूप देना है। उन्होंने बताया कि लोगों की पसंद को देखते हुए रंग बिरंगी राखियां बनाई जा रही हैं, जो 15 से ₹20 में नगर निगम परिसर स्थित दुकान पर उपलब्ध है। इसके अलावा कई उत्पाद तैयार कराए गए है। इनमें सीड बॉल जिसमें सहजन, जामुन और नीम के बीज डाले गए हैं, मानसून में सड़क किनारे पार्क या नमी वाली जगह पर फेंकने पर पौधे उग जाएंगे,