आगरा के जगनेर में फल विक्रेता और भाजपा के मंडल मंत्री के बीच फल की ठेल लगाने को लेकर बवाल हुआ। जिस पर पुलिस ने मंडल मंत्री और अध्यक्ष को थाने में बैठा लिया। भाजपाइयों ने थाने में जमकर हंगामा किया। जिस पर डीसीपी पश्चिमी जोन ने एसओ को हटाया। इस पर भाजपाई शांत हुए।
जगनेर के मुख्य बाजार में अग्रवाल धर्मशाला हैं। जहां से 24 सितंबर को अग्रसेन शोभायात्रा निकाली जानी है। समिति के सदस्य और भाजपा मंडल मंत्री मनोज अग्रवाल ने बताया कि आयोजन की तैयारियां चल रही है। धर्मशाला के सामने ही फलों की ठेल लगती हैं। यात्रा के लिए फलों के ठेलों को हटाने के लिए कहा गया।
इसी बात पर एक फल विक्रेता ने विवाद शुरू कर दिया। फल विक्रेता दामोदर पर आरोप लगाते हुए मंडल मंत्री ने बताया कि दामोदर ने अपने बेटे बुला लिए। उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। मंडल मंत्री थाना जगनेर में मारपीट की शिकायत लेकर पहुंचे। इसी दौरान दामोदर पक्ष के लोग भी आ गए।
थाने में उस समय एसओ सौरभ सिंह माैजूद नहीं थे। मंडल अध्यक्ष लवलेश कुमार भी थाने पहुंच गए।
एसओ के थाने पर आने पर भाजपा नेताओं ने ठेल विक्रेताओं पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मंडल मंत्री और ठेल विक्रेता के बेटे मानव और भाई पिंकी को थाने में बैठा लिया। पुलिस कार्रवाई का मंडल अध्यक्ष ने विरोध किया। इस पर पुलिस कर्मी और भाजपा नेताओं में विवाद होने लगा। यह देखकर पुलिस ने मंडल अध्यक्ष को भी थाने में बैठा लिया।
शहर से पहुंचे भाजपा पदाधिकारी
इसकी जानकारी पर भाजपा कार्यकर्ताओं को हुई। शहर से 3 घंटे बाद जिलाध्यक्ष प्रशांत पाैनिया, पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम भदाैरिया, जिला उपाध्यक्ष दिनेश गोयल, पूर्व विधायक महशे गोयल जगनेर थाने पहुंच गए। पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर लिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। उन्होंने एसओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलते ही डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा पहुंच गए। उन्होंने भाजपा नेताओं से बात की। 1 घंटे तक बातचीत चलती रही। डीसीपी ने पहले जांच का आश्वासन दिया। मगर भाजपाई एसओ के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। थाने पर बवाल बढ़ता देख डीसीपी ने एसओ सौरभ सिंह को लाइन हाजिर करने की बात कही। इसके साथ विभागीय जांच के आदेश दिए। वहीं मामले में तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।