नेपाल के पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण राप्ती नदी उफान पर है। बलरामपुर स्थित बैराज पर नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 103.62 के मुकाबले 103.70 मीटर पर पहुंच गया है। इटवा तहसील क्षेत्र में नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गागापुर और बिजौरा में नदी तेजी से कटान कर रही है। बिजौरा में स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन गागापुर में कटान तेज होने से बांध और आबादी दोनों खतरे में हैं। प्रशासन ने एहतियातन बिजौरा गोशाला के 116 पशुओं को परसोहिया तिवारी स्थित गोशाला में स्थानांतरित कर दिया है। सिंचाई विभाग मिट्टी की बोरियां और हरी झाड़ियों से कटान रोकने का प्रयास कर रहा है। जलस्तर बढ़ने से गागापुर, बिजौरा, सिंगारजोत, दखिन्हवा, सिकंदरपुर, परसोहिया तिवारी, सफीपुर, विशुनपुर औरंगाबाद और आजादनगर समेत कई गांव प्रभावित हो सकते हैं। किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर फसल को नुकसान का खतरा है।स्थानीय निवासी गजेंद्र शुक्ल के अनुसार, गागापुर में कटान तेज है। बैजनाथ गुप्ता और राकेश ने बताया कि उनके घर नदी के करीब होने से वे भय में जी रहे हैं। एसडीओ ने किया निरीक्षण, दिए निर्देश बढ़े जलस्तर व कटान को देखते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओ अमित कुमार मल्ल ने गागापुर का दौरा करते हुए कटान का निरीक्षण किया। बचाव की स्थिति देखी और सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी निर्देश दिए। एसडीओ ने बताया कि श्रावस्ती बैराज पर खतरे के निशा से 30 सेमी नीचे है। नेपाल के पहाड़ा में निरंतर वर्षा से जलस्तर बढ़ा है। कटान की स्थिति फिलहाल नियंत्रण है।