लखनऊ में 9 नवंबर से 10 दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव शुरू होगा। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। यह आयोजन उत्तराखंड राज्य के हीरक जयंती दिवस पर किया जाएगा। महोत्सव का समापन 18 नवंबर को होगा, जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह महोत्सव उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक जीवन, संगीत और नृत्य परंपरा को प्रदर्शित करेगा। छह बैंडों की प्रस्तुति महोत्सव से पहले, 7 नवंबर को 'वार ऑफ बैंड्स' का आयोजन किया गया। इसमें छह बैंडों ने अपनी फ़िल्मी और लोकप्रिय प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन किया। इसके बाद, 8 नवंबर को डांडिया नाइट्स का आयोजन होगा , जिसमें 'गुलाबी शरारा', 'बेडू पाको बारोमासा' जैसे उत्तराखंडी गानों के साथ-साथ हिंदी और गुजराती गानों पर भी प्रस्तुति दी जाएगी। महोत्सव के दौरान, उत्तराखंड से आए छोलिया दल प्रतिदिन अपने रंग-बिरंगे परिधानों और विशेष वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुति देंगे। महापरिषद के अध्यक्ष हरीश चंद्र पंत ने बताया कि हर साल 'उत्तराखंड गौरव सम्मान' दिया जाता है। इस वर्ष महोत्सव के पहले दिन चार विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा 'उत्तराखंड दर्पण 2025' स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा। कलाकारों को मिलेगा मंच महासचिव भरत सिंह बिष्ट ने जानकारी दी कि महापरिषद पिछले 77 वर्षों से उत्तराखंड की संस्कृति और कला के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम कर रही है। नए कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। संयोजक दीवान सिंह अधिकारी ने बताया कि महोत्सव में लगभग 150 स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, हर्बल जूस, उत्तराखंड की मिठाइयाँ और विभिन्न प्रकार के खान-पान के विकल्प उपलब्ध होंगे। महोत्सव के मुख्य आकर्षणों में 'उत्तराखंड डांस' शामिल है, जिसमें 12 टीमों के 120 कलाकार प्रदर्शन करेंगे। 'झोड़ा प्रतियोगिता' में 500 से अधिक महिलाएँ भाग लेंगी, जबकि 'नाचेगा भारत' में 200 कलाकार देश के विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों की प्रस्तुति देंगे। 'वॉयस ऑफ उत्तराखंड' में लोकगीतों का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। इसके साथ ही, स्टार नाइट, बच्चों और युवाओं के लिए चित्रकला, एकल व समूह गायन, नृत्य प्रतियोगिताएँ और विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएंगी।