मानसून आने में सिर्फ कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन शहर के प्रमुख नालों के साथ ही गली-मोहल्ले की नाले-नालियों की सफाई व्यवस्था देख कर लग रहा है, कि इस बार मानसून में शहर डूबने वाला है। नगर निगम के अभियंत्रण विभाग का दावा है कि 180 बड़े नालों की सफाई हो गई है, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि शहर के प्रमुख नालों में शुमार सीसामऊ और सीओडी तक में गंदगी बजबजा रही है। बड़े तो बड़े छोटे नालों की भी सफाई अब तक पूरी नहीं हो सकी है, सबसे बुरा हाल दक्षिण क्षेत्र के नालों-नालियों का है। जूही, बर्रा में नालों में गंदगी से लोग परेशान हैं। समय से बरसात हुई तो जलभराव और गंदगी शहरवासियों की मुसीबत बढ़ा सकती है। 86 नालों में सफाई कार्य जारी
शहर में अभियंत्रण खंड के 236 नालों की सफाई ठेकेदारी प्रथा से होती है। वहीं 30 अन्य नालों को अभियंत्रण खंड विभागीय मशीनरी और उपकरणों से साफ करता है। इस बार 8.14 करोड़ रुपए से नालों को साफ किया जा रहा है। अभियंत्रण विभाग का दावा है कि सोमवार तक 236 नालों में 172 और विभागीय मशीनों से साफ हो रहे 30 बड़े नालों में 8 नालों की सफाई पूरी हो गई है। जबकि कुल 86 नालों की सफाई कार्य जारी है। शहर में कई नालों की सफाई की गई लेकिन निकाली गई सिल्ट को उठाया नहीं गया है। इससे नालों में दोबारा गंदगी समा गई है। नाला सफाई में लापरवाही की वजह से जलभराव बढ़ सकता है। पैसे रोकने का अल्टीमेटम फिर भी लापरवाही
नगर आयुक्त ने नाला सफाई में लगे ठेकेदारों को चेताया है कि बरसात में मॉनीटरिंग के बाद ही ठेकेदारों का 25 फीसदी पैसा रिलीज किया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी नाला सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। विभाग ने कहा है कि 28 जलभराव वाले क्षेत्रों की विशेष निगरानी होगी। यहां नालों और चैंबरों की सफाई के लिये टीमें बनाई गईं हैं। मुख्य अभियन्ता ‘सिविल सैय्यद फरीद अख्तर जैदी ने सभी जोन से रिपोर्ट मंगा ली है। बड़े नालों की सफाई में खर्च 5 करोड़ इस बार अभियंत्रण विभाग के 224 बड़े नालों की सफाई में पांच करोड़ से अधिक रुपए खर्च किए जाएंगे। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि विभाग जल्द ही सीसामऊ, सीओडी नाला, टैफ्को नाला, म्योर मिल नाला की सफाई शुरू करेगा। मुख्य अभियंता ने बताया कि इस बार समय रहते ही टेंडर करा लिये जायेंगे, हम बरसात से पहले ही नालों की सफाई करा लेंगे। बरसात में यह क्षेत्र बनते हैं टापू जूही खलवा पुल, गोविंद नगर चावला मार्केट से धर्मकांटा वाली सड़क, साकेत नगर किदवई नगर थाने के पास, गुजैनी, कौशलपुरी, लाजपत नगर, पांडुनगर, काकादेव, सर्वोदयनगर, रामबाग, गांधीनगर, किदवईनगर, रावतपुर, विजयनगर, शास्त्रीनगर, यशोदानगर, चमनगंज, जीटी रोड, परमपुरवा आदि क्षेत्रों में भीषण जलभराव होता है।