हिमाचल के कुल्लू में 2000 लीटर दूध नाले में फेंक दिया, जिससे नालें में दूध 25 मिनट तक बहता रहा। दरअसल दुग्ध सोसाइटी के 2000 लीटर क्षमता वाले मिल्क कूलिंग प्लांट में सुबह अचानक तकनीकी खराबी आ गई। इस कारण सोसाइटी ने दूध की खरीद अस्थायी रूप से रोक दी। घटना आनी उपमंडल के कराणा गांव स्थित हिप्र मिल्कफेड की है। सोसाइटी प्रधान निशा ने दत्तनगर स्थित प्लांट प्रभारी से तुरंत संपर्क किया और मेकैनिक बुलवाया। मेकैनिक मौके पर पहुंच गया, लेकिन प्लांट को ठीक करने में काफी समय लग गया। इस बीच दुग्ध उत्पादक अपना दूध सोसाइटी में जमा करवा चुके थे। गर्म मौसम के कारण दूध ठंडा न हो सका और जब मंगलवार शाम को इसे प्लांट ले जाया गया तो पूरा दूध फट चुका था। नाले में बहा दिया 2000 लीटर दूध
खराब दूध को प्लांट से वापस लौटा दिया गया। बुधवार सुबह करीब 2000 लीटर दूध कराणा से आनी की ओर बहने वाले नाले में फेंकना पड़ा। नाले का पानी दूध से सफेद हो गया और किसी ग्रामीण ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में एक आदमी घटना का समय सुबह 8 से 9 के बीच बता रहा है। इस घटना से किसानों को गहरा धक्का लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि दूध उनकी रोजमर्रा की आय का सहारा है और इस तरह की घटनाओं से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। सोसाइटी प्रधान निशा ने बताया कि यह तकनीकी खराबी अचानक आई थी और इसे समय पर दूर करने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन तब तक दूध खराब हो चुका था।