कौशांबी के मीठेपुर सयारा के पास स्थित महाराजा बिजली पासी ऊपरगामी रेलवे पुल जर्जर हो गया है। पुल की ऊपरी सतह उखड़ गई है और नीचे की लोहे की सरिया बाहर दिखाई देने लगी है। यह पुल कानपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे को मंझनपुर मुख्यालय से जोड़ता है। इसके नीचे से हावड़ा-दिल्ली मुख्य रेलवे लाइन गुजरती है, जिससे इसकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है। प्रतिदिन हजारों वाहन, सैकड़ों छात्र और लखनऊ से आने वाले मंत्री, सचिव तथा विभिन्न अधिकारी इस सेतु से आवागमन करते हैं। पुल की यह स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस पुल का निर्माण नवंबर 2020 में पीडब्ल्यूडी और राज्य सेतु निगम द्वारा लगभग 41 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था। इसकी लंबाई 801.425 मीटर है। पुल का उद्घाटन यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने किया था। जानकारी के अनुसार, पुल के निर्माण के पांच साल के भीतर ही यह जर्जर हो गया है। बीते पांच सालों में इसकी चार बार मरम्मत भी हो चुकी है। पुल की देखभाल रेलवे की डीएफसी विंग करती है, जो समय-समय पर पेट्रोलिंग करती है। हालांकि, बीते कुछ महीनों से पेट्रोलिंग न होने के कारण पुल पर दरारें दिखाई दे रही हैं, जिससे ऊपर और नीचे दोनों ओर से सरिया दिखने लगी है। इस संबंध में जिलाधिकारी कौशांबी डॉ. अनिल पाल ने जांच कराने और संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।