कौशांबी में पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान एक आरोपी के पैर में गोली लगी, जबकि चार अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। ये सभी आरोपी 16 दिसंबर को चरवा और पिपरी थाना क्षेत्रों में हुई लूट की घटनाओं में शामिल थे। पुलिस टीम 16 दिसंबर को हुई लूट की घटनाओं के आरोपियों की तलाश कर रही थी। सोमवार तड़के मनौरी में चेकिंग कर रहे चौकी प्रभारी चायल को सूचना मिली कि तीन मोटरसाइकिल पर पांच संदिग्ध व्यक्ति तेज गति से चेकिंग से बचते हुए कस्बा चायल की ओर आ रहे हैं। सूचना मिलते ही पिपरी थानाध्यक्ष और एसओजी प्रभारी अपनी टीम के साथ कस्बा चायल की ओर बढ़े। पुलिस को देखते ही मोटरसाइकिल सवारों ने वापस मुड़कर भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने उनका पीछा किया। चौकी प्रभारी चायल ने भी अपनी टीम के साथ सामने से आकर उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर आरोपी चायल से चरवा जाने वाले मार्ग पर भागने लगे। चरवा पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद चरवा पुलिस टीम सक्रिय हुई और आरोपियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की गई। गुगुवा का बाग के पास तीन मोटरसाइकिल पर सवार पांचों संदिग्धों को पुलिस टीमों ने आमने-सामने से घेर लिया। इनमें से एक अभियुक्त मोटरसाइकिल छोड़कर भागने लगा, जबकि चार अन्य को पुलिस ने पकड़ लिया।
भाग रहे युवक ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लगी और वह घायल होकर जमीन पर गिर गया। पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों की पहचान सचिन पुत्र राम बहादुर निवासी रतगहाँ थाना चरवा, सोनू उर्फ अभिषेक कुमार पुत्र कमलेश पासी निवासी भागलपुर मुंडेरा धूमनगंज प्रयागराज, सुजल उर्फ श्रेयजल भारतीया पुत्र कमलेश भारतीया निवासी चकिया प्रयागराज, अंकित पासी पुत्र सुरेंद्र पासी निवासी चकिया प्रयागराज और बाबू राइडर उर्फ ओमी पासी पुत्र झुलूर पासी निवासी चकिया के रूप में हुई। तस्वीरें देखिए