कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बीते 24 घंटे में 45 सेंटीमीटर घट गया है, जिससे हाल ही में बाढ़ प्रभावित हुए गांवों में लोगों को राहत मिली है। तीन दिनों में गंगा का जलस्तर कुल 90 सेंटीमीटर कम हुआ है। गुरुवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 115 मीटर तक पहुँच गया था, जो 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाला था। इस कारण कई गांवों में पानी भर गया था और हजारों लोग सड़क पर रहने को मजबूर हुए थे। रविवार को सुबह जलस्तर 114.10 मीटर दर्ज किया गया, जबकि शनिवार को यह 114.55 मीटर था। 24 घंटे में 45 सेंटीमीटर की गिरावट हुई, यानी हर घंटे लगभग 2 सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है। पानी का प्रवाह और राहत की स्थिति
रविवार को कानपुर से गंगा में 3,48,012 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा हरिद्वार से 83,150 क्यूसेक और नरोरा से 80,447 क्यूसेक पानी गंगा में आया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि जलस्तर इसी तरह तेजी से घटेगा। प्रभावित गांव और घर वापसी
लक्ष्मणपुरवा, दुर्गापुरवा, मक्कापुरवा, बनियापुरवा, चैनपुरवा, भगवानदीनपुरवा, भोपालापुरवा और रामपुर के लोग अब धीरे-धीरे अपने घर लौटने लगे हैं। घरों में घुसे पानी की मात्रा भी कम होने लगी है और राहत कार्य जारी हैं।