कासगंज पुलिस को गैंगरेप पीड़िता के घर से लापता होने के मामले में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने युवती को 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया है। शुक्रवार को पीड़िता के भाई ने कासगंज थाने में अपनी बहन के लापता होने की तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। युवती की सकुशल बरामदगी के लिए जिले की कई पुलिस टीमें, SOG और सर्विलांस टीम को सक्रिय किया गया था। इन टीमों को आसपास के जनपदों में भी रवाना किया गया, जिसके परिणामस्वरूप युवती को आज शाम बरामद कर लिया गया। यह मामला 10 अप्रैल को हुई एक घटना से जुड़ा है, जब कासगंज जिले में झाल के पुल के पास पुलिसकर्मी बनकर आए युवकों ने एक नाबालिग किशोरी और उसके मंगेतर को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस मामले में पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी। हालांकि, सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। पीड़िता की सुरक्षा के लिए उसके घर पर पुलिस पिकेट और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। हैरानी की बात यह है कि घर के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों को भी युवती के लापता होने की भनक नहीं लगी थी। सीओ सिटी आँचल चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल 2025 में थाना कासगंज में गैंगरेप का एक अभियोग दर्ज हुआ था, जिसमें सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। 31 अक्टूबर को पीड़िता के भाई की तहरीर पर गुमशुदगी की FIR दर्ज की गई थी। और युवती को सकुशल बरामद किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में युवती के परिवारजनों से 'अनबन' होने की बात सामने आई है।