घाटमपुर तहसील क्षेत्र के इटर्रा के मजरा कल्याणपुर में शनिवार रात एक महिला की कच्ची छत ढहने से मौत हो गई। 50 वर्षीय राजरानी मलबे में दब गईं, और सुबह परिजनों ने उन्हें मृत पाया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार, राजरानी अपने पति शिवदास कोरी के साथ शनिवार रात खाना खाकर सोई थीं। उनके चार बेटे अलग सो रहे थे। अचानक छत ढहने से राजरानी मलबे में दब गईं। सुबह जब परिवार के अन्य सदस्य जागे तो उन्होंने राजरानी को मलबे में दबा पाया। पड़ोसियों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। ग्राम प्रधान राधेश्याम तिवारी की सूचना पर हल्का इंचार्ज राम शिरोमणि मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उपजिलाधिकारी (एसडीएम) अबिचल प्रताप सिंह ने लेखपाल को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि दैवीय आपदा के तहत शासन द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। लेखपाल ने अपनी जांच रिपोर्ट तहसीलदार अंकिता पाठक को सौंप दी है। ग्रामीणों ने बताया कि राजरानी के पति शिवदास बीमार चल रहे हैं, और उनके चार बेटों में से एक दुर्घटना में घायल हो गया था, जिसका इलाज भी जारी है। राजरानी तीन बेटों के साथ मेहनत-मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण कर रही थीं और पति व बेटे के इलाज का खर्च उठा रही थीं। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पाण्डेय ने पुष्टि की कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।