जालौन के कोंच नगर में सरकारी 108 एंबुलेंस सेवा का गंभीर दुरुपयोग सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देर रात 8 से 10 लोग एक एंबुलेंस से उतरते नजर आ रहे हैं। वीडियो के मुताबिक यह एंबुलेंस उरई से सवारियां लेकर कोंच पहुंची और कस्बे के मारकंडेश्वर तिराहे के पास ऑटो स्टैंड पर यात्रियों को उतारा गया। हालांकि दैनिक भास्कर वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। यह वीडियो कोंच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के पास रिकॉर्ड किया गया है। यह दर्शाता है कि सरकारी आपातकालीन सुविधा का दुरुपयोग स्वास्थ्य केंद्र के सामने ही निर्भीकता से किया जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठते हैं। गंभीर मरीजों को नहीं मिलती एंबुलेंस, इधर सवारी ढो रही एक ओर जहां गंभीर रोगियों और गर्भवती महिलाओं को समय पर 108 एंबुलेंस नहीं मिलती, वहीं दूसरी ओर इन एंबुलेंस का इस तरह से गैर-जरूरी इस्तेमाल होना बेहद चिंताजनक है। यह न सिर्फ सरकारी संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि जीवनरक्षक सेवाओं का मजाक भी है। सीएमओ ने दिए जांच के आदेश मामले की जानकारी मिलने पर जालौन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने कहा है कि "वीडियो की जांच कराई जाएगी। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" सवालों के घेरे में जवाबदेही व्यवस्था 108 एंबुलेंस सेवा को आपातकालीन मदद के लिए शुरू किया गया था, लेकिन जब इसे आम सवारी ढोने के लिए इस्तेमाल किया जाए, तो यह न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है, बल्कि उन लोगों की जान से खिलवाड़ भी है जिन्हें इसकी असल जरूरत होती है। मामला स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेही और नियंत्रण व्यवस्था पर गहरी चिंता पैदा करता है।