दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देश की प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे द्वारा जारी "बेस्ट गवर्नमेंट यूनिवर्सिटीज रैंकिंग 2025" में पहली बार शामिल होकर गोरखपुर विश्वविद्यालय ने देश के टॉप 45 सरकारी विश्वविद्यालयों में जगह बना ली है। इस रैंकिंग में गोरखपुर विश्वविद्यालय को समग्र रूप से 37वाँ स्थान और रेपोटेशन एंड गवर्नेंस श्रेणी में सातवाँ स्थान प्राप्त हुआ है। यह विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। यूपी के सिर्फ 6 सरकारी विश्वविद्यालयों को मिली जगह इस साल की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के केवल छह सरकारी विश्वविद्यालयों को ही स्थान मिल पाया है, जिनमें गोरखपुर विश्वविद्यालय भी शामिल है। यह साबित करता है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय लगातार शिक्षा, शोध और प्रशासन के क्षेत्र में मजबूत और सकारात्मक काम कर रहा है। "रेपोटेशन एंड गवर्नेंस" श्रेणी में सातवें स्थान पर आना इस बात का संकेत है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय पारदर्शी प्रशासन, अच्छी शिक्षा व्यवस्था और मजबूत नेतृत्व की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने खुशी जताते हुए कहा कि "यह हमारे संकाय सदस्यों, छात्रों और कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। पहली बार इंडिया टुडे की रैंकिंग में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है।" उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, पारदर्शिता और समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन 6 विश्वविद्यालयों के नाम गोरखपुर विश्वविद्यालय
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही पहचान गोरखपुर विश्वविद्यालय को इससे पहले भी कई बड़ी मान्यताएँ मिल चुकी हैं: NAAC से A++ ग्रेड और 3.78 CGPA, जो देशभर के चुनिंदा विश्वविद्यालयों को ही मिलता है। UGC द्वारा " कैटेगरी-1" विश्वविद्यालय का दर्जा। Nature Index में शोध कार्य के लिए उत्तर प्रदेश में शीर्ष स्थान। QS साउदर्न एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में लगभग 240वां स्थान। EduRank 2025 के अनुसार, भारत में 125वां और उत्तर प्रदेश में 16वां स्थान। रैंकिंग कैसे हुई तय? इंडिया टुडे–एमडीआरए रैंकिंग में देशभर के 655 सरकारी विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन किया गया। यह मूल्यांकन 110 से ज्यादा मानकों पर आधारित था, जिनमें शिक्षा की गुणवत्ता, प्रशासन, आधारभूत ढांचा, छात्रों की सफलता, और प्रतिष्ठा जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल थे।यह रैंकिंग प्रामाणिक आँकड़ों और छात्रों, फैकल्टी, एक्सपर्ट्स की राय पर आधारित होती है, जो छात्रों और शिक्षा से जुड़े फैसले लेने वालों के लिए एक भरोसेमंद मापदंड है।