संभल से मजदूरी करने देहरादून गए युवक की बादल फटने के बाद पानी में बहकर मौत हो गई। घटना के अगले दिन शव सहारनपुर पोस्टमॉर्टम हाउस से मिला। गांव में शव पहुंचा तो कोहराम मच गया, तीन छोटी बहनों के इकलौते भाई का गमगीन माहौल के बीच अंतिम संस्कार किया गया। मृतक युवक जनपद संभल के थाना हजरतनगर गढ़ी क्षेत्र के गांव फिरोजपुर का रहने वाला था। उसका नाम मोनू (21) पुत्र राजेंद्र था, वह रक्षाबंधन के आठ दिन बाद नदी से बजरी निकालने की मजदूरी करने के लिए गया था। 2 दिन पहले बादल फटने के बाद देहरादून में हुए हादसे में मृतक युवक पानी के तेज बहाव में बह गया, उसके साथ अमरोहा के तीन और अन्य जगहों के भी लोग काम कर रहे थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग रवाना हो गए, उसका शव सहारनपुर के अकबरपुर बांस घाट पर बरामद हुआ और परिजनों को पोस्टमॉर्टम हाउस से मिला है। मृतक युवक का तीन छोटी बहनों का इकलौता भाई था। मौत होने से मां आशा देवी और बहन उपासना, प्रियांशी व दीपांशी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। युवक का शव घर पहुंचा और मातम छा गया, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, गांव के श्मशान घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मृतक युवक हमारा भाई है और देहरादून के थाना कैंट के मसंदावाला में आसन नदी पर काम करता था। अगले दिन शव मिलने की सूचना मिली और हम लोग सहारनपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे जहां से हमें सब मिला है। पिता राजेंद्र ने बताया कि 1 साल के बाद रक्षाबंधन के 8 दिन बाद मजदूरी करने के लिए गया था। 10-12 दिन पहले उससे फोन पर बात हुई थी, बता रहा था कि ₹3000 का एक नया मोबाइल खरीदा है ठेकेदार से पैसे मिलते ही भेज दूंगा। मैंने उससे कहा था कि अपना ध्यान रखना पैसों की ऐसी कोई बात नहीं है।