आगरा की सगी बहनों के अपहरण और धर्मांतरण के केस में आगरा पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। शुरुआत में पुलिस को भी अंदाजा नहीं था कि मामला इतना बड़ा निकलेगा। धर्मांतरण के लिए संगठित गिरोह है। सिंडिकेट में बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। अमेरिका, लंदन, कनाडा और दुबई से फंड मिलता है। पुलिस की पड़ताल जैसे-जैसे आगे बड़ी हिला देने वाला सच सामने आने लगा। गोवा से आयशा नाम की महिला को पकड़ा गया। अन्य नौ आरोपित पुरुष हैं। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी मिली हुई थीं। कोई युवतियों को फंसाता था। कोई फंड जुटाता था। कोई मकान दिलाया करता था। कोई निकाह के लिए लड़के खोजता था। कोई कागजात तैयार कराया करता था। आइएआपको बताते हैं पकडे़ गए 10 लोगों के बारे में। 1-आयशा (गोवा).....असली नाम एसबी कृष्णा है। मूलत: ओडिशा की निवासी है। पिता रिटायर सूबेदार हैं। धर्म परिवर्तन के बाद आयशा नाम रख लिया। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। गोवा में मकान है। कोलकाता, बैरकपुर निवासी अली हसन उर्फ शेखर राय की कथित पत्नी है। विदेशों से फंडिंग जुटाती है। गैंग के सदस्यों को धर्मांतरण के लिए रुपए दिया करती है। ये गैंग की लीडर है। 2- अली हसन उर्फ शेखर राय (बैरकपुर, कोलकाता) कोर्ट में कर्मचारी है। आयशा से जुड़ा हुआ है। कानूनी मामलों में गैंग के सदस्यों की मदद करता है। समाज के बड़े लोगों से उनकी पहचान कराता है। आयशा से रुपये लेकर गैंग के सदस्यों को देता है। 3-रीत बनिक उर्फ इब्राहिम (बैरकपुर, कोलकाता) गैंग का मुख्य सदस्य है। आयशा से सीधे जुड़ा हुआ है। इंस्टाग्राम पर कनेक्टिंग रिवर्ट नाम आईडी है। लोगों से कहता है कि सभी की पैदाइश इस्लाम में हुई है। जो लोग को इस्लाम में वापस आने (धर्मांतरण) के लिए उकसाता है। आगरा की सगी बहनों को कोलकाता उसी ने बुलाया था। रीत गैंग का सबसे एक्टिव मेंबर है। ये सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों को तलाशता है, जो इस्लाम धर्म की ओर झुकाव रखते हैं। 4-ओसामा (कोलकाता) का निवासी है। रीत बनिक उर्फ इब्राहिम का एजेंट है। धर्मांतरण के लिए जिन्हें घेरकर लाया जाता है उन्हें कोलकाता की मुस्लिम बस्ती में रुकवाता है। शुरू में उनके होटल में रुकने का इंतजाम करता है। आगरा की सगी बहनों को बस्ती में घर उसी ने दिलाया था। 5-रहमान कुरैशी (वजीरपुरा, आगरा) इंटर फेल है। द सुन्ना नाम से यू ट्यूब चैनल चलाता है। एक लाख से अधिक फालोअर हैं। जो युवतियां धर्मांतरण कर लेती हैं उसके वीडियो अपने चैनल पर चलाता है। यह दिखाता है कि वे अपने मूल धर्म में वापस लौटकर कितनी खुश हैं। इसके अलावा इसका काम ब्रेन वॉश करना है। ये अपने चैनल पर पॉड कास्ट करके लोगों को प्रभावित करता है। 6-मोहम्मद अली (जयपुर) यह गैंग के लिए राजस्थान संभालता है। कई लोगों के धर्मांतरण में अहम भूमिका अदा कर चुका है। वर्तमान में किसी हिंदू डॉक्टर युवती को फंसा रखा है। खुद भी कनवर्ट है। पहले कलीम सिद्दीकी के लिए काम किया करता था। कलीम सिद्दीकी को पूर्व एटीएस ने धर्मांतरण के आरोप में जेल भेजा था। 7-अब्बू तालिब (खालापार मुजफ्फरनगर) वर्तमान में उत्तर प्रदेश में गैंग के लिए काम कर रहा था। धर्मांतरण के बाद लोगों के कागजात बनाने में मदद किया करता था। 8-अबुर रहमान (देहरादून) ने उत्तराखंड में धर्मांतरण की मुहिम छेड़ रखी थी। वर्तमान में अब्बू तालिब के संपर्क में था। दोनों मिलकर देहरादून में श्रृष्टि नाम की युवती का धर्मांतरण कराने वाले थे। आगरा पुलिस ने दोनों को पकड़ा तो यह खुलासा हुआ। दोनों के खिलाफ देहरादून में भी मुकदमा लिखा गया है। 9-मुस्तफा उर्फ मनोज (दिल्ली) सीधे रीत बनिक उर्फ इब्राहिम से जुड़ा है। सगी बहनों के आगरा से दिल्ली पहुंचने पर उन्हें तीन दिन होटल में रुकवाया था। वहां से बस से बिहार भेजा था। बिहार से ट्रेन से दोनों बहनें कोलकाता पहुंची थीं। इंतजाम मुस्तफा ने कराया था। 10-जुनैद कुरैशी (जयपुर) गैंग का सक्रिय सदस्य है। जयपुर में मोहम्मद अली के लिए काम करता है। उसके लिए युवतियों को फंसाता है।