प्रयागराज में यूपी STF ने बुधवार रात झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर छोटू धनबादिया उर्फ आशीष रंजन को ढेर कर दिया। आशीष रंजन पर 4 लाख रुपए का इनाम था। एनकाउंटर शंकरगढ़ इलाके में गुरुवार तड़के हुआ। STF ने एक इनपुट के आधार पर शंकरगढ़ के शिवराज चौराहे पर घेराबंदी की। यहां बाइक से आशीष रंजन आता हुआ नजर आया। STF ने उसे रोकने की कोशिश की। पुलिस को देख उसने गाड़ी की स्पीड तेज कर ली। एसटीएफ ने उसका पीछा किया। कुछ दूर जाकर उसने एके-47 से एसटीएफ पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ टीम ने भी जवाबी क्रॉस फायरिंग की। इसमें गोली आशीष रंजन के लग गई। खून से लथपथ होकर वह वहीं गिर गया। एनकाउंटर स्पॉट के वीडियो सामने आए
आशीष रंजन को गोली लगने के बाद एनकाउंटर स्पॉट के वीडियो सामने आए। इसमें दिख रहा कि आशीष रंजन जंगल में पड़ा हुआ है। एसटीएफ का एक जवान कह रहा है कि जल्दी अस्पताल ले चलो, अभी जिंदा है। पास में ही एम्बुलेंस खड़ी नजर आ रही है। आशीष रंजन को एंबुलेंस से नजदीक अस्पताल ले जाती है। वहां डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, आशीष रंजन प्रयागराज में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। यही नहीं, वह यूपी की कई गैंग को एके-47 जैसे हाइटेक असलहों की सप्लाई भी करता था। बताया जा रहा कि वह झारखंड के धनबाद में वारदात के बाद वह यूपी के शंकरगढ़ में आकर छिप जाता था। मौके से AK-47, पिस्टल और भारी मात्रा में 9MM कारतूस मिले हैं। 3 राज्यों में एक्टिव था धनबदिया धनबदिया झारखंड-बिहार के अलावा यूपी में भी एक्टिव था। उस पर 20 से ज्यादा मुकदमे झारखंड और बिहार में दर्ज थे। एसटीएफ को काफी टाइम से इनपुट मिल रहा था कि वह धीरे-धीरे यूपी में एक्टिव हो रहा है। वह धनबाद का कुख्यात अपराधी था। उस पर धनबाद में नीरज तिवारी हत्याकांड और लाला खान हत्याकांड समेत कई गंभीर मामलों में केस दर्ज थे। 5 हत्याकांड में धनबदिया की पुलिस को थी तलाश झारखंड के धनबाद में अमन सिंह सहित 5 हत्याकांडों में आशीष रंजन की पुलिस को तलाश थी। उस पर कतरास में नीरज तिवारी, झरिया के रंजीत साव की हत्या में मुख्य शूटर होने का आरोप लगा था। इसके पहले वहां एक जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या का भी उस पर आरोप है। समीर मंडल हत्याकांड में आशीष रंजन जेल भेजा गया था, लेकिन जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद उस पर दो और हत्याकांडों में संलिप्तता के आरोप लगे। आशीष सिंह पहले झारखंड में अमन सिंह गैंग का शूटर था। अमन सिंह के इशारे पर उस पर रंगदारी मांगने से लेकर हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है। अमन सिंह ही घटना के बाद आशीष को यूपी में शेल्टर देने का काम करता था। इस बीच, अमन से भी उसकी अनबन हो गई। अमन सिंह की जेल में गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद ही आशीष का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें आशीष ने अमन सिंह पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इस कारण अमन की हत्या कराने की बात स्वीकार की थी। इस खबर को अपडेट किया जा रहा है...