प्रयागराज के फूलपुर थाना क्षेत्र के हरभानपुर गांव में शनिवार सुबह धर्मांतरण कराने की कोशिश को लेकर विवाद खड़ा हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले की शुरुआत एक प्रार्थना पत्र से हुई। जिसे ग्राम पुरे महारथ, लोचनगंज निवासी शांतनु तिवारी पुत्र बालकृष्ण तिवारी ने पुलिस को दिया। शांतनु ने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी कि उनके क्षेत्र में ईसाई मिशनरियों द्वारा हिंदू समाज के लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। सुबह उन्हें सूचना मिली कि गौतम बस्ती, हरभानपुर गांव में कुछ लोग धर्मांतरण संबंधी सभा कर रहे हैं। इस पर वे अपने दो-तीन साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। जहां कथित रूप से ईसाई मिशनरियों द्वारा सभा आयोजित की जा रही थी। नामजद आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार पाल, रामश्रृंगार गौतम, त्रिभुवन गौतम और रोहित गौतम शामिल हैं। ये सभी खुद को “पादरी” बताते हुए वहां मौजूद लोगों से कह रहे थे कि उन्हें हिंदू समाज के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए पैसे मिलते हैं। साथ ही यह भी कहा जा रहा था कि “हिंदू धर्म में कुछ नहीं रखा है, ईसाई धर्म अपनाओ, इससे तुम्हें पैसे और नौकरियां मिलेंगी।” पीड़ित ने बताया, जब उन्होंने इस धर्मांतरण गतिविधि का विरोध किया तो आरोपियों ने गालियां दीं और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। किसी तरह शांतनु तिवारी वहां से भागकर अपनी जान बचा पाए। इस दौरान उनके साथ आए एक साथी का मोबाइल फोन भी आरोपियों ने छीन लिया। शांतनु तिवारी ने थाना फूलपुर में दी गई शिकायत में मांग की है कि उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए और उन्हें जेल भेजा जाए। पुलिस की कार्रवाई
थाना फूलपुर पुलिस ने प्रार्थना पत्र के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना स्थल की पड़ताल की जा रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद उचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।