प्रयागराज के नैनी महेवा पश्चिम पट्टी स्थित डीडीएस जूनियर हाईस्कूल में साढ़े तीन वर्षीय नर्सरी छात्र शिवाय जायसवाल पुत्र वीरेंद्र जायसवाल का 16 अप्रैल को स्कूल में दाखिला हुआ था। छात्र की मौत के मामले में खंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र देव ने कहा स्कूल के प्रिंसिपल आरएसएस से जुड़े है। काफी दबाव है। जांच की जा रही है। नरेंद्र देव ने शनिवार को स्कूल का दौरा किया था। जहां उन्होंने दो शिक्षिकाओं - आरती और शिवांगी के बयान भी दर्ज किए थे। दोनों शिक्षिकाओं ने अपने लिखित बयान में छात्र के साथ मारपीट से इनकार किया है। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल कृष्ण मोहन आरएसएस और भाजपा से जुड़े हुए हैं। जांच में अभी तक मारपीट का कोई प्रमाण नहीं मिला है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को सौंप दी गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच जारी है। स्कूल प्रबंधन की बात करे तो प्रिंसिपल कृष्ण मोहन कभी दिल्ली तो कभी बनारस इलाज के लिए दौड़ लगा रहे हैं। जानिए पूरा मामला नैनी के महेवा पश्चिम पट्टी के रहने वाले वीरेंद्र जायसवाल के तीन बच्चों ने बड़ी बेटी पूर्वी, दूसरा बेटा सुमित और सबसे छोटा बेटा शिवाय डीडीएस जूनियर हाईस्कूल में पढ़ते थे। छात्र शिवाय का दाखिला घरवालों ने 16 अप्रैल को नर्सरी में कराया था। घरवालों के मुताबिक वह बहुत रोता था। जिस दिन उसकी मौत हुई उस दिन भी वह स्कूल में तो रहा था। इसके बाद क्लास टीचर ने शिवांगी और आरती के साथ शिवाय को सेकेंड क्लॉस रुम में उसके भाई के पास भेज दिया था। जहां वह रोते रोते पानी मांग रहा था। इस दौरान उसे आरती टीचर ने बेंच पर बैठाया था। जहां से वह नीचे गिरा और बेहोश हो गया था। इस दौरान आरती टीचर और छात्र को मारने का भी आरोप लगाया था कि टीचर ने मारा और वह बेंच से नीचे गिर गया, जिससे उसे चोट आ गई। हालांकि घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पीएम रिपोर्ट आने के बाद दोनों टीचरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।