प्रयागराज में भारत विकास परिषद, त्रिवेणी शाखा द्वारा आज डॉ. केपी जायसवाल स्कूल में श्रीकृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य नौनिहालों में भारतीय संस्कारों की जड़ें मजबूत करना, सनातन परंपराओं के प्रति जागरूकता जगाना और धर्म व संस्कृति के प्रति ज्ञानवर्धन करना रहा। कार्यक्रम का संचालन लालू मित्तल ने किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की बाल्यावस्था में दिए गए संस्कार ही उनके व्यक्तित्व निर्माण की नींव होते हैं। जैसे साँचा होता है, ढली धातु भी उसी रूप में बन जाती है। बच्चों के व्यक्तित्व विकास में शिक्षकों के साथ-साथ माता-पिता की भूमिका भी अहम होती है। श्रीकृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता में बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधानों और मनमोहक सज्जा से सभी का मन मोह लिया। छोटे-छोटे बालक जब कृष्ण स्वरूप में मंच पर आए तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण पधारे हों। कोषाध्यक्ष कन्हैया जी अग्रवाल ने बच्चों को उपहार प्रदान किए। निर्णायक मंडल में सचिव असीम मुखर्जी और श्वेता मित्तल ने प्रतिभागियों का चयन किया। प्रतियोगिता में कठिन मुकाबले के बावजूद विजेताओं को न्यायसंगत रूप से चुना गया। अध्यक्ष अरविंद भार्गव ने कहा कि सभी प्रतिभागी बच्चे अत्यंत सुंदर और मनोहारी लग रहे हैं। उन्होंने विजेताओं को सम्मानित करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं बच्चों के भीतर आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ ही भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ती हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, शिक्षिकाओं और कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर महामंत्री सुनील जायसवाल, आनंद जायसवाल (प्रबंधक), अजय जायसवाल (उप प्रबंधक), पवन श्रीवास्तव, अनिल अग्रवाल, राजेश वर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।