भास्कर न्यूज | फतेहपुर जिले के फतेहपुर में दुर्गा पूजा की शुरुआत वर्ष 1971 से की गई थी, जो आज भी निरंतर जारी है। खास बात यह है कि यह पूजा अपने शुरुआती दौर से ही निरामिष पूजा के रूप में की जाती रही है। ग्रामीण बताते हैं कि उस समय फतेहपुर के लोग दुर्गा प्रतिमा देखने के लिए जामजोरी व गुमरो जाते थे। पूरा गांव खाली हो जाने से चोरी की आशंका बनी रहती थी। ऐसे में गांव के बुजुर्गों ने विचार-विमर्श कर फतेहपुर के प्राचीन सरस्वती मंदिर में ही कलश स्थापना कर पूजा की नींव रखी। इसमें बादल सामंत, पूरण मंडल, नरहरि मंडल, प्रभुदयाल मोदी, सुधामय सामंत, विनय मंडल, श्यामलाल मेहरिया, सचिन राय और नंदू मोदी जैसे ग्रामीणों की अहम भूमिका रही। ठीक 50 साल बाद वर्ष 2021 में फतेहपुर में नवनिर्मित मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। वर्तमान समय में पूजा का आयोजन सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से किया जाता है। समिति के अध्यक्ष असीम कुमार मंडल उर्फ बच्चू ने बताया कि आयोजन को सफल बनाने में समिति के सदस्य मिंटू कुमार राय, मनोज कुमार गोस्वामी, सुनील कुमार मिर्धा, सुखसागर मंडल, उत्तम मंडल, हरिहर मंडल,सुमन मंडल,झंटू, युगल, राहुल, गौतम, अमित आदि पूजा की शुरुआत से लेकर समापन तक दिन-रात जुटे हैं।