शाहजहांपुर में बिना फिटनेस और बीमा के चल रही दिल्ली वर्ड पब्लिक स्कूल की एक बस को सीज कर दिया गया है। यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर बस का वीडियो वायरल होने के बाद की गई। बस में स्कूली बच्चे और शिक्षक यात्रा कर रहे थे, जिससे उनकी जान को खतरा था। वायरल वीडियो में बस पर 'दिल्ली वर्ड पब्लिक स्कूल' लिखा हुआ था। वीडियो सामने आने के बाद संबंधित विभाग ने बस का पता लगाया। इसके बाद सिंधौली थाना क्षेत्र में बस को रोककर सीज कर दिया गया और थाने में खड़ा करा दिया गया। अधिकारियों द्वारा जांच में पाया गया कि बस का फिटनेस और बीमा समाप्त हो चुका था। इसके बावजूद चालक बेखौफ होकर बस को सड़क पर दौड़ा रहा था, जिससे उसमें सवार लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए थे। जिले में ऐसे कई स्कूली वाहन बिना वैध कागजात के चल रहे हैं। आरोप है कि परिवहन विभाग और प्रशासन केवल यातायात माह के दौरान ही सक्रिय दिखाई देता है। बड़े निजी स्कूलों के वाहनों पर अक्सर कार्रवाई नहीं होती, जबकि छोटे वाहनों का चालान कर विभाग अपनी पीठ थपथपा लेता है। यातायात माह समाप्त होने के बाद ऐसी कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली जाती है। एक महीने पहले भी एक तीसरी कक्षा की छात्रा एक स्कूली वाहन से गिरकर घायल हो गई थी, लेकिन परिवहन विभाग उस वाहन का अब तक पता नहीं लगा पाया है। एआरटीओ ने स्कूल प्रबंधन से अपील की है कि वे छात्रों को लाने-ले जाने वाले वाहनों पर नजर रखें और बीमा या फिटनेस समाप्त होने के बाद चलने वाले वाहनों को रोकें। करीब एक महीने पहले मारवाह मार्डन स्कूल वाहन से एक तीसरी कक्षा की छात्रा गिरकर घायल हुई थी। उसके कई दांत टूटे थे और घायल छात्रा का आपरेशन हुआ था। परिवार ने आरोप लगाया था कि कई दिन से खराब खिड़की को ठीक कराने के लिए कहा था, लेकिन कोई ध्यान नही दिया गया। वहीं खिड़की खुलने से ही चलते वाहन से छात्रा गिरी थी। एक महीना बीतने के बाद भी विभाग अब तक उस वाहन, वाहन चलाने वाले चालक और उस वाहन मालिक का पता नही लगाया पाया है।