बदायूं में भीषण ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। जिले में रात का तापमान गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि दिन का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सर्द हवाओं के कारण गलन में और वृद्धि हुई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है, जिससे विजिबिलिटी मात्र 10 मीटर तक सीमित हो गई है। हाईवे सहित शहर और ग्रामीण सड़कों पर वाहन चालकों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है, जिससे सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। शीतलहर का सबसे अधिक असर कृषि क्षेत्र पर देखा जा रहा है। लगातार पड़ रही ठंड और नमी के कारण आलू की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं, हालांकि कृषि विभाग की ओर से अभी तक कोई विशेष सक्रियता नहीं दिखाई दे रही है। ठंड के कारण बिजली की लाइनें सिकुड़कर टूट रही हैं, जिसके चलते शहर और ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली कटौती आम हो गई है। घंटों तक बिजली गुल रहने से लोगों को ठंड और अंधेरे दोनों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली विभाग की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं। घना कोहरा, कड़ाके की ठंड, फसलों पर संकट और बिजली कटौती ने मिलकर बदायूं में सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से की गई तैयारियां नाकाफी साबित हो रही हैं, और आम जनता मौसम की इस मार को अकेले झेलने को मजबूर है।