बरेली सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी ने गुरुवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कैदी ने अपने गमछे से बैरक के बरामदे में लोहे के एंगल से फंदा बनाकर जान दे दी। अन्य कैदियों ने जब उसे लटकता देखा तो जेल प्रशासन को सूचना दी गई। फौरन उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक की पहचान लखीमपुर खीरी निवासी 32 वर्षीय मुकेश कुमार के रूप में हुई। वह पॉक्सो एक्ट के तहत उम्रकैद की सजा काट रहा था। पॉक्सो केस में हुई थी उम्रकैद, बरेली शिफ्ट होने के बाद दी जान मुकेश कुमार को 23 सितंबर 2021 को लखीमपुर खीरी की विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट-11) की अदालत ने दोषी ठहराया था और उम्रकैद की सजा सुनाई थी। पहले कुछ समय वह लखीमपुर जेल में रहा, फिर उसे बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया था। गुरुवार सुबह उसने अपने गमछे से फंदा बनाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा था। कैदी की मौत से जेल प्रशासन में मचा हड़कंप कैदी द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन ने तुरंत इज्जतनगर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। साथ ही मुकेश के परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। मानसिक रूप से बीमार था कैदी, जेल अस्पताल में चल रहा था इलाज सीओ पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि कैदी मानसिक रूप से अस्वस्थ था और उसका इलाज जेल अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने बताया कि मौका देखकर उसने आत्महत्या कर ली। शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया जाएगा और जेल में हुई मौत की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जाएगी।