बलिया के सिकंदरपुर स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने पति की तहरीर पर डॉक्टर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अमृतपाली निवासी पूजा चौरसिया के पति विजय चौरसिया ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी पूजा को डिलीवरी के लिए सिकंदरपुर के पास धुरी बाबा के टोला स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्होंने बताया कि 21 सितंबर को भी वे पत्नी को अस्पताल लाए थे, तब चिकित्सक ने रिपोर्ट देखकर सामान्य डिलीवरी की बात कही थी और एक सप्ताह बाद आने को कहा था। 30 सितंबर को पत्नी दोबारा अस्पताल गईं, जहां उन्हें अगले दिन भर्ती होने को कहा गया। 1 अक्टूबर को वे अस्पताल पहुंचे, लेकिन पता चला कि मुख्य महिला चिकित्सक (मैडम) उपलब्ध नहीं थीं। मरीज की बेचैनी बढ़ने पर उसे ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में ले जाया गया, लेकिन फिर बाहर निकाल लिया गया। परिजनों के बार-बार पूछने पर बताया गया कि मैडम जल्द आ रही हैं। करीब डेढ़ घंटे बाद महिला चिकित्सक आईं और सीधे ओपीडी में चली गईं। इसके बाद एक अन्य डॉक्टर ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद परिजनों को बताया गया कि सब सामान्य है और एक बेटी हुई है। हालांकि, ऑपरेशन के बाद जब पत्नी को स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया, तो वह बेहोश थीं। उन्हें बेड पर अचेत अवस्था में लिटा दिया गया। करीब डेढ़ घंटे बाद महिला को तेज ब्लीडिंग होने लगी, जिसके बाद उन्हें दोबारा ओटी में ले जाया गया। वे लगभग ढाई घंटे तक ओटी में रहीं। विजय चौरसिया ने आरोप लगाया कि अस्पताल में न तो आईसीयू, न एनआईसीयू और न ही ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था थी। जिस बेड पर उनकी पत्नी थीं, वहां ऑक्सीजन तक नहीं था। परिजनों को बताया गया कि मरीज ठीक है, लेकिन उनकी पत्नी की हालत बिगड़ती जा रही थी। विजय चौरसिया ने आरोप लगाया कि महिला चिकित्सक उसी समय ओटी के बाहर दुर्गा पूजा का हवन करने लगीं और कहती रहीं कि मरीज सही है। उन्होंने मरीज को रेफर करने की बात भी नहीं कही, जबकि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजन का आरोप है कि उन्हें बताया गया कि मरीज को हार्ट अटैक है, जबकि ऐसी कोई समस्या नहीं थी। मौत होने के बाद अस्पताल की मैडम ने परिजनों से कहा कि “हम लोगों ने बहुत प्रयास किया, लेकिन मरीज को बचा नहीं पाए। इसके बदले आप कुछ सहायता चाहते हैं?” परिजन का कहना है कि वे यह जानना चाहते थे कि आखिर मैडम किस प्रकार की सहायता देने की बात कर रही थीं। इस संबंध में थाना प्रभारी सिकंदरपुर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।