बागपत के विकास भवन में आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। अधिकारियों के समय पर न पहुंचने से नाराज किसानों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना तब हुई जब हर महीने की तरह विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया था, जिसका उद्देश्य किसानों की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना था। कार्यक्रम शुरू होने के निर्धारित समय पर अपर जिलाधिकारी (एडीएम), उप जिलाधिकारी (एसडीएम) और खनन अधिकारी सहित कई प्रमुख अधिकारी अनुपस्थित थे। अधिकारियों की इस देरी और अनुपस्थिति से भाकियू कार्यकर्ता भड़क उठे और उन्होंने सभागार के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी उनकी समस्याओं के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं हैं। भाकियू एनसीआर के महासचिव प्रदीप धामा ने कहा, "बार-बार बताने के बावजूद अधिकारी समय पर किसान दिवस में नहीं पहुंचते। यह दर्शाता है कि वे किसानों की समस्याओं को लेकर न तो सतर्क हैं और न ही सुनवाई करने को तैयार हैं।" स्थिति बिगड़ती देख, बागपत के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने मामला संभाला। उन्होंने किसानों को शांत करने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि भविष्य में अधिकारी समय पर उपस्थित रहेंगे और सभी किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाएगा। सीडीओ की समझाइश के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया और अपनी शिकायतें अधिकारियों को सौंपीं।