मेरठ की गलियों में ‘चाय चुगली’ का जादू:पान फ्लेवर समेत 5 तरह की चाय बना रही लोगों को दीवाना

Aug 14, 2025 - 06:00
 0
मेरठ की गलियों में ‘चाय चुगली’ का जादू:पान फ्लेवर समेत 5 तरह की चाय बना रही लोगों को दीवाना
मेरठ की गलियों में एक ऐसी जगह है, जहां सुबह की ताजगी और शाम की सुकून भरी बातें चाय के प्याले में घुलकर अनोखा जादू बिखेरती हैं। नाम है ‘चाय चुगली’। एक ऐसी दुकान जो सिर्फ चाय का अड्डा नहीं, बल्कि लोगों के दिलों की धड़कन बन चुकी है। यह कहानी है तरुण जी गौर की, जिन्होंने अपने सपनों को चाय की चुस्कियों में पिरोया। मेरठ को एक ऐसी जगह दी, जहां लोग चाय के साथ जिंदगी की छोटी-बड़ी बातें भी साझा करते हैं। कब शुरू हुई चाय चुगली की कहानी 'चाय चुगली’ की कहानी 2022 में शुरू हुई, जब सर्राफा बाजार में दुकान चलाने वाले तरुण गौड़ ने कुछ नया करने की सोची। एक दिन वह अपनी दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी उन्होंने गौर किया कि लोग चाय के साथ कितनी मस्ती और जोश से बातें करते हैं। कभी चुगली, कभी हंसी-मजाक, तो कभी गंभीर चर्चाएं। तभी उनके मन में ख्याल आया कि क्यों न एक ऐसी दुकान खोली जाए, जो चाय के साथ लोगों की बातों का ठिकाना बने। 5 तरह की चाय पर चार साल की रिसर्च तरुण गौड़ ने इस दुकान को खोलने से पहले 4 साल तक रिसर्च किया। मार्केट की समझ ली। उन्होंने असम की चाय की पत्तियों से लेकर अलग-अलग फ्लेवर तक के बारे में जानकारी जुटाई। उनका मकसद था, हर प्याले में कुछ नया और यूनीक परोसना। आज उनकी मेहनत रंग लाई है, चाय चुगली मेरठ में ब्रांड बन चुका है। इसकी 5-6 फ्रेंचाइजी सीसीएस यूनिवर्सिटी, मेरठ कॉलेज, सेंट्रल मार्केट, पुरकाजी रुड़की और नोएडा तक अपनी खुशबू बिखेर रही हैं। क्या है चाय चुगली की खासियत चाय चुगली की खासियत यह है कि यहां 5 तरीके की यूनीक चाय मिलती है। तरुण गौड़ ने हर चाय की रेसिपी को अपने खास अंदाज में तैयार किया है। असम से लाई गई चाय पत्तियों में मसालों का तड़का और उनके अनोखे एक्सपेरिमेंट्स का ऐसा मेल है कि हर घूंट में एक नया स्वाद और किस्सा महसूस होता है। यहां का मेन्यू भी दिल खुश कर देता है। चाय के साथ-साथ वेज चीज बर्गर, मखनी बर्गर, मैगी, फ्राइज, मोमोज, बन मस्का, शिकंजी, मोजितो, कोल्ड कॉफी और शेक जैसे कई लाजवाब ऑप्शंस मिलते हैं। दाम भी इतने किफायती हैं कि हर जेब को सूट करें। चाय सिर्फ 20 रुपए से शुरू होती है। वहीं, फ्रूट शेक और आइसक्रीम भी बजट-फ्रेंडली हैं। मिट्टी के कुल्हड़ में दी जाती है चाय चाय चुगली दुकान पर चाय मिट्टी के कुल्हड़ में दी जाती है, जो इसके स्वाद को दोगुना कर देते हैं। इस दुकान पर पिछले 3 साल से विकास दुबे और रविंद्र काम कर रहे हैं। रविंद्र ने बताया कि वो हर महीने मिट्टी के कुल्हड़ की 35 पेटियां मंगाते हैं। एक पेटी में 360 कुल्हड़ आते हैं। चाय चुगली सिर्फ एक दुकान नहीं, बल्कि मेरठवासियों की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। सुबह की ताजगी हो या शाम की थकान मिटाने का बहाना, लोग यहां चाय के प्याले के साथ अपनी कहानियां लेकर आते हैं। पढ़िए कस्टमर रिव्यू… चाय के ऐसे दीवाने, कोई दो साल तो कोई पांच साल से आ रहा --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... मकबरा-मंदिर विवाद के पीछे 12 बीघा जमीन, भाजपा जिलाध्यक्ष ने भीड़ इकट्ठा की; लोग बोले- 5 दिन पहले सब शांत था 7 अगस्त, 2025 यानी आज से 6 दिन पहले तक फतेहपुर शहर के आबूनगर में मकबरे को लेकर कोई धार्मिक विवाद नहीं था। 7 अगस्त को मठ-मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति नाम के एक संगठन ने डीएम को याचिका दी। इसमें कहा कि नई बस्ती रेडईया स्थित सिद्धपीठ ठाकुरजी विराजमान मंदिर के सुंदरीकरण की जरूरत है।पढ़िए पूरी खबर...

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0