मेरठ के मन्दवाड़ी गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में 21 वर्षीय बीए छात्र मुकुल की गोली लगने से मौत हो गई। घटना मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे जंगल में स्थित जयकार के बाग में हुई। सूचना मिलने पर एसपी देहात अभिजीत कुमार सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। मुकुल पुत्र राजेंद्र उर्फ लीडर अपने चाचा गजेंद्र के मकान के पास जंगल में खून से लथपथ पड़ा मिला। उसे सबसे पहले उसके छोटे भाई गोलू ने देखा,जिसने तुरंत अपने पिता को सूचना दी। परिजनों ने मुकुल को तत्काल मोदीपुरम के ग्लोबल हॉस्पिटल पहुंचाया।अस्पताल में डॉक्टरों ने उपचार के दौरान मुकुल को मृत घोषित कर दिया। फलावदा पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर शव का पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।घटना की जानकारी मिलते ही एसपी देहात अभिजीत कुमार, सीओ पंकज लावनिया और थाना प्रभारी ब्रह्मकुमार त्रिपाठी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ देर बाद फोरेंसिक टीम के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और बारीकी से जांच-पड़ताल की। मुकुल के चाचा गजेंद्र ने बताया कि घटना के समय वह फलावदा गए हुए थे, जबकि पिता राजेंद्र गांव के दूसरे मोहल्ले में थे। परिजनों के अनुसार, मुकुल बीए का छात्र था और मेरठ में रहकर पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। गोली कैसे लगी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना के समय मुकुल के भाई पास के मकान में मौजूद थे, लेकिन उन्हें गोली की आवाज सुनाई नहीं दी। देर शाम तक परिजनों द्वारा थाने में घटना के संबंध में कोई तहरीर नहीं दी गई थी।