मैनपुरी में समाजवादी पार्टी ने आज डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती मनाई। मैनपुरी स्थित पार्टी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर आलोक शाक्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी डॉ. लोहिया के विचारों पर आगे बढ़ रही है। डॉ. राम मनोहर लोहिया उन प्रमुख हस्तियों में से एक हैं, जिनका स्वतंत्र भारत की राजनीति और चिंतन धारा पर गहरा प्रभाव पड़ा। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अंतिम चरण में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। मद्रास पहुंचने पर लोहिया महात्मा गांधी के साथ मिलकर देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए। उन्होंने विधिवत रूप से समाजवादी आंदोलन की भावी रूपरेखा प्रस्तुत की। वर्ष 1935 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लोहिया को कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया था। अगस्त 1942 में महात्मा गांधी द्वारा 'भारत छोड़ो आंदोलन' की घोषणा के बाद, लोहिया ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जयप्रकाश नारायण के साथ वे हजारीबाग जेल से फरार हुए और भूमिगत रहकर आंदोलन का नेतृत्व किया। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 1946 में रिहा किया गया। वर्ष 1947 लोहिया के जीवन के निर्णायक वर्ष रहे। आजादी के समय उनके और पंडित जवाहरलाल नेहरू के बीच कई वैचारिक मतभेद उत्पन्न हुए, जिसके कारण उनके रास्ते अलग हो गए। डॉ. राम मनोहर लोहिया का निधन 12 अक्टूबर 1967 को 57 वर्ष की आयु में हो गया।