छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में मंगलवार तड़के करीब 3 बजे धर्मशाला की दीवार ढह गई। मलबे में दबने से उत्तर प्रदेश निवासी महिला श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि 10 घायल हुए हैं। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। सभी घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। मृतक महिला की पहचान अनीता देवी खरवार (40) पत्नी राजू के रूप में हुई है। वह उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के अदलहाट गांव की रहने वाली थी। परिजन ने बताया कि वे धर्मशाला में सो रहे थे, अचानक दीवार भरभराकर उनके ऊपर आ गिरी। इससे पहले 3 जुलाई को भी बागेश्वर धाम परिसर में ही टेंट गिर गया था। लोहे का एंगल सिर में लगने से एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी जबकि भगदड़ में 8 लोग घायल हुए थे। पढ़ें पूरी खबर... गोरखपुर में छात्रा से मोबाइल लूट, बाइक सवार लुटेरे फरार, CCTV फुटेज से पहचान में जुटी पुलिस गोरखपुर के शाहपुर में सोमवार दोपहर एक छात्रा से मोबाइल लूट की घटना सामने आई है। बाइक सवार दो बदमाशों ने पादरी बाजार में उस समय झपट्टा मारा, जब छात्रा फोन पर बात करते हुए घर लौट रही थी। छात्रा सृष्टि श्रीवास्तव पिपराइच क्षेत्र की रहने वाली है। गुलरिहा क्षेत्र के नंद नगर कॉलोनी में किराए पर रहकर पढ़ाई करती है। वह पिपराइच के एक स्कूल में छात्रा होने के साथ-साथ बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती है। दोपहर करीब 3.30 बजे वह स्कूल से लौटकर बस से पादरी बाजार चौराहे पर उतरी। करीब 300 मीटर पैदल चलकर अपने रूम की ओर जा रही थी। इसी दौरान बजरंगी पनीर के पास उसे किसी का फोन आया, जिस पर वह बात करते हुए आगे बढ़ रही थी। तभी सामने से तेज रफ्तार बाइक पर आए दो युवकों में पीछे बैठे बदमाश ने उसके हाथ से मोबाइल झपट लिया और दोनों चौराहे की ओर भाग निकले। CCTV में बदमाश कैद हैं, पुलिस उन्हें ढूंढ रही है। पढ़ें पूरी खबर... हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकारा, कहा- हिस्ट्रीशीटर के घर भी देर रात दबिश देना निजता का उल्लंघन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि हिस्ट्रीशीटर घोषित व्यक्ति के घर पर भी देर रात दबिश देना उसकी निजता का उल्लंघन है। कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर फटकार लगाते हुए याची के घर देर रात दबिश देने पर रोक लगा दी है। यह आदेश जेजे मुनीर और न्यायमूर्ति अनिल कुमार की खंडपीठ ने प्रयागराज के समंदर पांडेय की याचिका पर दिया है। याची ने पुलिस की ओर से खोली गई हिस्ट्रीशीट को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। एडवोकेट ने दलील दी कि पुलिस देर रात घर में घुसकर समंदर और उसके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। साथ ही बेवजह थाने ले जाकर परेशान कर रही है। कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार, पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज और संबंधित थाने के प्रभारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।