मेरठ में गंगनहर पटरी के पास युवक की गर्दन रेतकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान अंसल पुत्र रामबीर के रूप में हुई है जो कि मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। अंसल के साथ मौजूद ट्रक ड्राइवर सावन कुमार ने पुलिस को घटना की सूचना दी थी। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। युवक की गर्दन पर चाकू के गहरे निशान मिले हैं। एसपी देहात डॉ. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सरधना के कपसाड़ पेट्रोल पंप के पास बलेनो कार में युवक की लाश मिली थी। पुलिस ने चालक सावन कुमार से पूछताछ की तो बताया कि वो अपने मालिक अंसल और एक अन्य परिचित व्यक्ति के साथ मुजफ्फरनगर से चले थे लेकिन रास्ते में किसी ने उनकी हत्या कर दी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पूरी खबर पढ़िए कानपुर के ACMO डॉ. सुबोध प्रकाश निलंबित, उपमुख्यमंत्री ने दिया आदेश, डीएम-सीएमओ प्रकरण में आया था नाम जांच में भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए कानपुर के ACMO डॉ. सुबोध प्रकाश को निलंबित कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने 24 जुलाई को उनको निलंबित करने का आदेश दिया था। इसके बाद भी वह रोज ऑफिस में काम कर रहे थे। उनके आदेश के 13 दिन बाद कानपुर के सीएमओ ऑफिस में मंगलवार को पत्र पहुंचा। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। वर्तमान समय में डॉ सुबोध प्रकाश डीटीओ का जिम्मा संभाल रहे थे। डॉ. सुबोध प्रकाश वर्ष 2003 में अलीगढ़ से तबादला होकर कानपुर नगर में परामर्शदाता के पद पर आए थे। वर्ष 2019 में उनकी पदोन्नति हुई और उन्हें कानपुर नगर में ही ACMOबनाया गया था। डॉ. सुबोध प्रकाश पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने विभिन्न सप्लायरों से साठगांठ करते हुए वित्तीय अनियमितताएं कीं। ये पोल उनकी तब खुली जब कानपुर CMO बनकर आए डॉ. हरी दत्त नेमी आए थे। नवंबर 2024 में डॉ. सुबोध प्रकाश ने फार्मासिस्ट अवनीश शुक्ल, डॉ. वंदना सिंह और वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी के साथ मिलकर मेसर्स जेएम फार्मा से मिलकर जेम पोर्टल व अभिलेखों में हेराफेरी कर घटिया सामग्री खरीदी थी। पूरी खबर पढ़िए काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में मिले 2 संदिग्ध युवक, 5 घंटे तक अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों ने की पूछताछ मंगलवार रात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में दो युवक संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए मिले। दोनों युवक नीलकंठ क्षेत्र की ओर से मंदिर परिसर में प्रवेश किए थे। जिसके बाद ज्ञानवापी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पकड़े गए युवकों की पहचान मो. मुद्रीस (28 वर्ष) और समीरुल (25 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों युवक पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। यह लोग वर्तमान में वाराणसी के बजरडीहा क्षेत्र स्थित एक मौलाना पादरी मदरसे में पिछले तीन वर्षों से अध्ययनरत हैं। पूछताछ में युवकों ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि मंदिर परिसर में उनके प्रवेश पर रोक है। घटना की जानकारी मिलते ही चौक थाना प्रभारी विमल मिश्रा समेत खुफिया एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंची। युवकों से करीब 5 घंटे तक पूछताछ की गई। सुरक्षा कारणों से उनकी पहचान, पृष्ठभूमि और मोबाइल फोन की जांच की गई। पूरी खबर पढ़िए