साल- 1993 जगह- पौड़ी गढ़वाल 21 साल का एक लड़का घरवालों से यह कहकर निकलता कि उसे नौकरी करने बाहर जाना है। वह सीधा UP के गोरखपुर में गोरक्षपीठ पहुंच जाता है। इस लड़के की प्रतिभा को देख गोरक्षपीठ के महंत अवैद्यनाथ उससे काफी प्रभावित हो जाते हैं। फिर 1 साल बाद 1994 में यह लड़का महंत अवैद्यनाथ से गुरु दीक्षा प्राप्त करता है। इसी वक्त इस लड़के का नाम अजय सिंह बिष्ट से बदलकर योगी आदित्यनाथ रख दिया जाता है। 1998 में एक रोज महंत अवैद्यनाथ उन्हें मठ और राजनीतिक उत्तराधिकारी भी घोषित कर देते हैं। योगी आदित्यनाथ 1998 में ही गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ते और जीतते हैं। इस चुनाव को जीतकर महज 26 साल की उम्र में योगी आदित्यनाथ सबसे युवा सांसद बनकर दिल्ली आते हैं। तब से 2014 तक पांच बार सांसद बने। 2017 में BJP ने उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया और फिर 2022 में दूसरी बार सीएम बने। यूपी के सबसे लंबे समय तक सीएम बनने का रिकॉर्ड वह बना चुके हैं। उनकी योजनाएं केंद्र से लेकर दूसरे राज्य अपने यहां काॅपी कर रहे हैं। मोदी के बाद, जिनकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है। आज उनका 53वां जन्म दिन है। ऐसे में पढ़िए योगी आदित्यनाथ के बचपन से लेकर अब तक के दिलचस्प किस्से जानिए... --------------------- ये खबर भी पढ़ें... हेमामालिनी बोलीं-लोग बांके बिहारी कॉरिडोर की असलियत नहीं जानते:इसलिए विरोध; मंदिर में मेरी हेयर ड्रेसर को बाल खींचकर धकेला, ऐसा रोज हो रहा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर मामले में 3 जुलाई तक यूपी सरकार हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करेगी। मंदिर के गोस्वामी परिसर का विरोध कर रहे हैं। उनके दो बड़े पॉइंट हैं। पहला- मंदिर के फंड का दुरुपयोग न हो। दूसरा- कुंज गलियों और मंदिर के स्वरूप को नुकसान नहीं होना चाहिए। मथुरा-वृंदावन प्रशासन के अधिकारियों की 2 मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन गोस्वामी (पुजारी) कॉरिडोर के लिए सहमत नहीं हुए। पढ़ें पूरी खबर