राजधानी लखनऊ में फर्जी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) के बढ़ते मामलों ने परिवहन विभाग को अलर्ट मोड पर ला दिया है। इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं और 15 दिनों के भीतर पूरी कार्रवाई का ब्यौरा पेश करने को कहा है। शिकायत के बाद सक्रिय हुआ विभाग यह मामला तब सामने आया जब कुछ शिकायतकर्ताओं ने परिवहन आयुक्त को बताया कि लखनऊ में कई वाहन फर्जी और डुप्लीकेट HSRP का उपयोग कर रहे हैं। शिकायत में कहा गया कि इन फर्जी नंबर प्लेटों में सुरक्षा फीचर्स नहीं होते, जिससे वाहनों की पहचान मुश्किल हो जाती है। इससे अपराधियों को फायदा मिल सकता है और चोरी या किसी गैरकानूनी गतिविधि में इनका दुरुपयोग किया जा सकता है। कानून-व्यवस्था पर पड़ सकता है असर परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने इसे सिर्फ एक प्रशासनिक नहीं बल्कि कानून-व्यवस्था से जुड़ा मामला बताया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि फर्जी नंबर प्लेट न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि ये सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी खतरा बन रही हैं। आयुक्त ने अधिकारियों को हिदायत दी कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए। 15 दिन में सौंपनी होगी रिपोर्ट परिवहन आयुक्त ने लखनऊ के सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे 15 दिनों के भीतर जांच कर रिपोर्ट दें, जिसमें यह बताया जाए कि अब तक क्या कार्रवाई की गई है, कितने मामलों की पुष्टि हुई और दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए। इसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।