लखनऊ में माटीकला महोत्सव 2025 का उद्घाटन:मंत्री राकेश सचान ने किया, 50 कारीगरों को निःशुल्क स्टॉल

Oct 11, 2025 - 00:00
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लखनऊ में माटीकला महोत्सव 2025 का उद्घाटन:मंत्री राकेश सचान ने किया, 50 कारीगरों को निःशुल्क स्टॉल
लखनऊ के खादी भवन में शुक्रवार को माटीकला महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया गया। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी, हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने इस 10 दिवसीय मेले का शुभारंभ किया। दीपावली के अवसर पर शुरू हुए इस महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों से आए 50 कारीगरों को निःशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए गए हैं, जहाँ वे अपने पारंपरिक और आधुनिक माटीकला उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर माटीकला बोर्ड के नवीन पोर्टल और ई-वेरिफिकेशन ऐप का भी लोकार्पण किया गया। साथ ही, 10 कारीगरों को विद्युत चालित चाक, 2 को पगमिल मशीन और 2 लाभार्थियों को बैंक ऋण के चेक वितरित किए गए। मंत्री राकेश सचान ने बताया कि माटीकला बोर्ड की स्थापना 19 जुलाई 2018 को हुई थी। बोर्ड ने अब तक 48,048 कारीगर परिवारों की पहचान की है और 37,190 को मिट्टी निकासी के लिए पट्टे जारी किए हैं। बोर्ड द्वारा 15,932 विद्युत चाक, 375 पगमिल, 603 पीओपी डाई, 31 पेंटिंग मशीनें और 81 दीया मशीनें वितरित की जा चुकी हैं। इस वर्ष 2,500 चाक और 300 पगमिल वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के अंतर्गत 1,114 लोगों को ऋण प्रदान कर उद्योग स्थापित कराए गए हैं। इस वर्ष 300 नई इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य है। राज्य में वर्तमान में 6 कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) कार्यरत हैं, और तीन नए केंद्र जल्द ही शुरू किए जाएंगे।बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत 16,307 कारीगरों को तकनीकी, 1,114 को उद्यम संचालन और 6,786 को शिल्पकारी का प्रशिक्षण दिया गया है। बर्तन बनाने के काम को रोजगार का नया साधन मिला मेले में आए कारीगरों ने इस पहल पर खुशी व्यक्त की। बक्शी का तालाब से आए विजय ने बताया कि उन्हें मुफ्त में चाक मिला है, जिससे पीढ़ियों से चले आ रहे उनके बर्तन बनाने के काम को अब रोजगार का नया साधन मिल गया है। डालीगंज की प्रियंका वर्मा ने कहा कि निःशुल्क स्टॉल मिलने से वे अपने बनाए दीपक और मूर्तियों को एक बेहतर मंच पर बेच पा रही हैं।

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