लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) आने वाले वर्षों में शहर में 2 लाख मकानों का निर्माण करेगा। इस उद्देश्य से एलडीए ने सुल्तानपुर रोड पर वेलनेस सिटी और आईटी सिटी जैसी दो बड़ी योजनाएं शुरू करने की घोषणा की है। इनको आगामी दिवाली तक लॉन्च कर दिया जाएगा। इसके अलावा, आगरा एक्सप्रेसवे पर वरुण विहार और सीतापुर-रैथा रोड पर नैमिष नगर जैसी दो अन्य योजनाएं भी नए साल से शुरू की जाएंगी। शुरुआत में इन सभी योजनाओं के दो-दो सेक्टर विकसित किए जाएंगे, जिससे शहरवासियों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त आवासीय व व्यवसायिक ढांचा मिलेगा। इन योजनाओं को लेकर शासन और LDA ने मिलकर विस्तृत योजना तैयार की है। वेलनेस सिटी को मिलेगा 300 करोड़ का फंड एलडीए को शासन से सुल्तानपुर रोड पर वेलनेस सिटी और आईटी सिटी के विकास के लिए 300 करोड़ रुपए की पहली किस्त की मंजूरी मिल गई है। यह राशि एक सप्ताह के भीतर एलडीए के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू कर निर्माण कार्यों को गति दी जाएगी। वेलनेस सिटी को ग्राम बक्कास, चौरहिया, चौरासी, दुलारमऊ और नूरपुर बेहटा की लगभग 1200 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा। इस योजना को मेडी सिटी की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है, जिसमें सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, विपासना केंद्र और योगा सेंटर जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त अमीनाबाद की प्रसिद्ध मेडिकल मार्केट को भी वेलनेस सिटी में स्थानांतरित करने की योजना है। इस योजना के तहत लगभग 472 एकड़ में आवासीय और 66 एकड़ में व्यवसायिक भू-उपयोग प्रस्तावित है। शहर की सड़कों को भी इस योजना में चौड़ा किया जाएगा, जो 60 मीटर से 24 मीटर तक होंगी। आईटी सिटी में तकनीकी और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा आईटी सिटी योजना भी सुल्तानपुर रोड और किसान पथ के बीच स्थित ग्राम बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकंदरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली और भटवारा की लगभग 1710 एकड़ भूमि पर विकसित की जाएगी। आईटी सिटी में आवासीय प्लॉट, ग्रुप हाउसिंग, कॉमर्शियल सेंटर, रिक्रिएशनल ज़ोन, इंडस्ट्रियल यूनिट, पब्लिक फैसिलिटीज, ट्रांसपोर्टेशन रोड, ग्रीन एरिया और वॉटर बॉडीज़ भी विकसित की जाएंगी। इस योजना के लिए एलडीए को आवास विकास परिषद् से 150-150 करोड़ रुपए की वित्तीय मंजूरी मिल चुकी है। वरुण विहार और नैमिष नगर को मिलेगा नया आयाम नए साल से शुरू की जाने वाली योजनाओं में वरुण विहार और नैमिष नगर शामिल हैं। वरुण विहार को आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे 2664 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विकसित किया जाएगा। इस योजना के लिए भूमि अधिग्रहण में लगभग 7472 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है। वहीं नैमिष नगर योजना सीतापुर-रैथा रोड पर 1084 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रस्तावित है, जिसके लिए 4785 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इन दोनों योजनाओं के लिए जरूरी प्रस्तावों को संबंधित बैठकों में स्वीकृति मिल चुकी है। साथ ही, संबंधित गांवों में सहमति के आधार पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और सहज बनाने के लिए एसओपी (Standard Operating Procedure) भी निर्धारित कर दी गई है। सहज बनाने के लिए एसओपी एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ये योजनाएं लखनऊ के तेजी से होते शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई हैं। इनसे न केवल आवासीय संकट कम होगा, बल्कि रोजगार, व्यापार और तकनीकी विकास को भी नई दिशा मिलेगी।