लखनऊ से गोरखपुर जाने वालों को अब सफर के साथ जेब भी ढीली करनी होगी। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 1 अगस्त 2025 से टोल टैक्स की वसूली शुरू हो रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने इसके लिए दरें जारी कर दी हैं, जो लखनऊ से पूर्वांचल की ओर लगातार आवाजाही करने वाले यात्रियों और व्यापारियों को सीधे तौर पर प्रभावित करेंगी। लखनऊ से गोरखपुर का सफर अब और महंगा लखनऊ से गोरखपुर जाने वाले अधिकतर लोग गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ते हैं। अब इस रूट पर सफर करने पर टोल टैक्स चुकाना होगा। खास बात ये है कि इस बार दोपहिया वाहनों से भी टैक्स वसूला जाएगा, जो अब तक आमतौर पर टोल से मुक्त होते थे। जानिए किस वाहन पर कितना लगेगा टैक्स •टू व्हीलर/थ्री व्हीलर/ट्रैक्टर: ₹140 प्रति फेरा •कार, जीप, वैन: ₹285 प्रति फेरा •मिनी बस, हल्के माल वाहन: ₹440 प्रति फेरा • बस, ट्रक: 840 रुपए प्रति फेरा •भारी निर्माण मशीनें, मल्टी एक्सल वाहन (3–6 धुरीय): 1335 रुपए प्रति फेरा •विशाल वाहन (7 या अधिक पहिए): 1745 रुपए प्रति फेरा रोज़ाना अप-डाउन करने वालों को राहत जो वाहन एक ही दिन में आना-जाना करते हैं, उन्हें दोनों फेरों के लिए कुल 160 प्रतिशत शुल्क ही देना होगा। वहीं, यदि कोई वाहन महीने में 20 या अधिक बार यात्रा करता है, तो उसे केवल 80 प्रतिशत टोल टैक्स ही देना होगा। लखनऊ से गोरखपुर रोज़ाना यात्रा करने वाले व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और कर्मचारी इससे लाभान्वित होंगे। राजधानी से पूर्वांचल जोड़ने वाला प्रमुख कॉरिडोर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लखनऊ और पूर्वांचल के बीच की कनेक्टिविटी को तेज और सुविधाजनक बनाता है। लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए गोरखपुर तक पहुँचने वालों के लिए यह सबसे तेज़ और आधुनिक रूट है। लखनऊ के परिवहन और व्यापार पर पड़ेगा असर टोल टैक्स लागू होने के बाद लखनऊ से गोरखपुर की ओर जाने वाले परिवहन वाहनों, यात्रियों और छोटे व्यापारियों पर अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा। दोपहिया चालकों से वसूली के कारण छात्रों, छोटे दुकानदारों और कम दूरी तय करने वालों पर भी असर पड़ेगा।