गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को जोड़ने वाले लिंक एक्सप्रेस वे से लो लैंड में विकास की बयार बही है। जिस क्षेत्र से यह लिंक एक्सप्रेस वे गुजर रहा है, वहां लो लैंड है। लोगों को इस तरह के विकास की उम्मीद भी नहीं थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने यहां सड़क बनाने की घोषणा की और इस घोषणा को अमलीजामा भी पहना दिया गया। 91.35 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे से लखनऊ जाने में लगभग 3:30 घंटे लगेंगे।
यह एक्सप्रेस वे गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच चार जिलों से गुजरता है। 17 जून को दो स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर इसका लोकार्पण करने की तैयारी है। ये कार्यक्रम लिंक एक्सप्रेस वे के शुरूआती बिन्दु से कुछ दूरी पर पड़ने वाले भगवानपुर टोल प्लाजा के पास होगा। जबकि दूसरा कार्यक्रम आजमगढ़ जिले के सालारपुर में आयोजित होगा। सालारपुर में ही लिंक एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से मिल रहा है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य अत्यंत दुरूह था। कारण, गोरखपुर जिले में जितनी भी दूरी इस एक्सप्रेसवे के दायरे में आती है, वह लो लैंड वाला है। यहां सामान्य सड़क भी हर साल क्षतिग्रस्त हो जाती थी। ऐसे में एक्सप्रेसवे के लिए मिट्टी भराई करना चुनौतीपूर्ण कार्य था। लखनऊ, आगरा, दिल्ली जाना होगा आसान
इस लिंक एक्सप्रेस वे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित एवं सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जनपद आजमगढ़ के सालारपुर में समाप्त हो रहा है। यह यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) की फ्लैगशिप परियोजना है।
7283.28 करोड़ रुपये आयी है लागत
91.35 किमी लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की अद्यतन कुल लागत 7283.28 करोड़ रुपये (भूमि अधिग्रहण पर व्यय समेत) है। इससे जनपद गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तीव्र संपर्क तथा बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। साथ ही साथ संबंधित क्षेत्र के जनमानस को भी एक दूसरे के और निकट लाने में मदद करेगा।
साढ़े 3 घंटे में पहुंचेंगे लखनऊ
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लोगों को गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा। इसके अलावा इसकी कनेक्टिविटी से लोग आगरा से लेकर दिल्ली तक के शानदार सफर का आनंद ले सकेंगे। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेसवे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी संभव हो सकेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे : एक नजर में
प्रारंभ बिंदु : जैतपुर (गोरखपुर)
अंतिम बिंदु : सालारपुर (आजमगढ़) में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से कनेक्ट
कुल लंबाई : 91.35 किमी
कुल लागत (भूमि लागत सहित) : 7283 करोड़.28 लाख
एक्सप्रेसवे में पड़ने वाले जिले : गोरखपुर, सन्तकबीरनगर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़ ढांचागत विशेषताएं
-पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित फोरलेन (सिक्सलेन में विस्तारणीय)
-9 टोल प्लाजा/रैम्प प्लाजा
-9 रैम्प (चढ़ने-उतरने के लिए)
-2 जनसुविधा परिसर
-2 टॉयलेट ब्लॉक
-7 फ्लाईओवर
-8 बड़े पुल
-14 छोटे पुल
-49 पैदल अंडरपास
-55 लघु वाहन अंडरपास
-20 वाहन अंडरपास
-01 वाहन ओवरपास