संभल की शाही जामा मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देहरादून, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में आई बाढ़ में फंसे लोगों के लिए विशेष दुआ भी मांगी। नमाज के मद्देनजर तीन थानों की पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (RRF) को तैनात किया गया था। पूरी नमाज प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में संपन्न हुई। यह नमाज शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर विवाद के बीच अदा की गई, जिसके चलते प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा था। अधिकारियों ने संभल शहर में जगह-जगह भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। जामा मस्जिद और आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जा रही थी। सत्यव्रत पुलिस चौकी पर बने सीसीटीवी कंट्रोल रूम से लगातार निगरानी की गई, जहां चौकी इंचार्ज आशीष तोमर भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि जामा मस्जिद क्षेत्र में बीते 24 नवंबर को हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में, सादर जफर अली एडवोकेट को 23 मार्च को एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, हालांकि उन्हें हाईकोर्ट और एमपी-एमएलए कोर्ट से जमानत मिलने के बाद 1 अगस्त को मुरादाबाद जेल से रिहा कर दिया गया। नवाब साद आदिल ने बताया कि नमाज अदा की गई और तेज बारिश के बीच अल्लाह से देहरादून, हिमाचल और पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के लिए दुआ मांगी गई। मौ. खुर्रम ने जानकारी दी कि शांति के साथ बारिश के मौसम में नमाज संपन्न हुई और पंजाब सहित देश व शहर के लिए अमन-चैन की दुआ की गई। इस दौरान लगभग 700-800 लोग मौजूद रहे।