संभल के पंवासा विकासखंड के लहरा कमंगर गांव में ग्रामीणों ने सफाई और विकास कार्यों की बदहाली को लेकर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) महेश कुमार गांव पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर जलभराव, जाम नालियां और गंदगी पाई गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान ने पिछले पांच सालों में कोई ठोस विकास कार्य नहीं कराया है। गांव की सड़कें खराब हैं और गंदगी का अंबार लगा है, जिससे बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीण फैजान ने बताया कि गांव में लगभग 150 लोग मलेरिया से पीड़ित हैं, लेकिन प्रशासन और ग्राम प्रधान ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्राम प्रधान के पति मोहम्मद हाशिम ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि जांच टीम पहले भी आई थी और सब सही पाया था। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ एक-दो नालियां बाकी हैं जिन्हें जल्द ही बनवा दिया जाएगा। निरीक्षण के बाद डीपीओ महेश कुमार ने स्वीकार किया कि गांव में साफ-सफाई की स्थिति संतोषजनक नहीं है और कई जगहों पर जलभराव की समस्या है। उन्होंने सुझाव दिया कि इन स्थानों को पास के तालाब से जोड़ने से समस्या का समाधान हो सकता है। उन्होंने ग्राम सचिव को दो अधूरी सड़कों को अगली कार्य योजना में शामिल कर प्राथमिकता देने का निर्देश भी दिया। निरीक्षण के दौरान एक ग्रामीण महिला ने डीपीओ से शिकायत की कि उसके घर में 1 अक्टूबर को शादी है, लेकिन रास्ते की खराब हालत के कारण मेहमानों को आने में दिक्कत होगी। इस पर ग्राम सचिव ने आश्वासन दिया कि सड़क का कार्य एक-दो दिन में पूरा कर दिया जाएगा।