बलिया में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। बलिया में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे अंसारी ने कहा, “किसान महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर खड़ा है, लेकिन दिल्ली में घुस नहीं सका। पर आतंकी हथियारों से लैस होकर हमारी सरहद पार कर जाते हैं, अंदर घुसकर जघन्य वारदात को अंजाम देते हैं और वापस भी लौट जाते हैं। फिर भी हम बेशर्म हैं, हमें शर्म नहीं आती। लेकिन अब देश समझ चुका है।”_ उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर कहा, _“जहां दो हजार से ज्यादा पर्यटक मौजूद थे, उसी स्थान पर दस दिन पहले भाजपा सांसद ने जन्मदिन मनाया। वहां मेहमानों को बुलाया, खाना खिलाया, सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए। लेकिन जब आतंकवादी आए, तो उन्हें रोकने के लिए एक भी जवान नहीं था। सांसद ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा, _“बेगुनाहों की लाशें अभी जली भी नहीं थीं और प्रधानमंत्री बिहार में वोट मांगने पहुंच गए। जब हमारे घर में लूट होती है, तो सबसे पहले हम चौकीदार से ही सवाल पूछते हैं कि तू क्या कर रहा था?”_ "सिंधु जल समझौता रद्द करना सिर्फ झुनझुना है" सिंधु जल समझौते को रद्द करने और ‘सभी विकल्प खुले हैं’ वाले बयान पर भी अंसारी ने तंज कसा। उन्होंने कहा, _“क्या पहले सेना का हाथ बंधा हुआ था? क्या पहले नदी का पानी नहीं रोका जा सकता था? अब जब बरसात होगी, तो नदी को कैसे रोकोगे? अपने ही देश में बाढ़ आ जाएगी। ये सब जनता को बेवकूफ बनाने का झुनझुना है।” अब वक्त आर-पार का है उन्होंने दो टूक कहा, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत में मिला लेने का वक्त आ गया है। देश सरकार के पीछे खड़ा है, लेकिन सरकार झुनझुना पकड़ा रही है – कभी पानी बंद करेंगे, कभी वीजा रोकेंगे। इससे उन बेगुनाहों की मौत का जवाब नहीं मिलता।”_ जांच हो तो बड़े खुलासे होंगे अंसारी ने एक और चौंकाने वाला दावा किया कि “घटना स्थल से कुछ घंटे पहले केरल हाईकोर्ट के तीन जज अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए थे। कुछ दिन पहले ही उन्होंने आरएसएस से जुड़े आरोपियों को सजा दी थी। सवाल है – क्या सुरक्षा हटाई गई? अगर गहराई से जांच होगी तो बड़े खुलासे होंगे।”_ अफजाल अंसारी का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब देश आतंकवादी हमले को लेकर गुस्से में है। विपक्ष इसे केंद्र सरकार की नाकामी बता रहा है, तो सरकार आतंक पर कड़ी कार्रवाई के दावे कर रही है।