सोनभद्र जिला कारागार में बुधवार को मासिक जेल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान दो बंदियों के मुकदमे अंतिम रूप से निस्तारित किए गए। यह अदालत अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोनभद्र शैलेंद्र यादव की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सोनभद्र आलोक यादव ने कुल आठ मामले चिह्नित किए थे। इनमें से चार मामलों में चार आरोपियों ने जुर्म स्वीकार करते हुए अपने मामले जेल लोक अदालत में निस्तारित कराए। अंतिम रूप से दो मुकदमे निर्णीत हुए। अदालत में सिद्धदोष बंदियों से उनकी अपील और मुकदमों के संबंध में बातचीत की गई। जेलर को निर्देश दिए गए कि वे ऐसे बंदियों से संपर्क करें जिनके पास निजी अधिवक्ता रखने की आर्थिक स्थिति नहीं है। ऐसे बंदियों के निःशुल्क अधिवक्ता हेतु प्रार्थना पत्र नियमानुसार संबंधित न्यायालय या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोनभद्र को प्राप्त कराए जाएं। इस अवसर पर जिला कारागार का निरीक्षण भी किया गया, जिसमें महिला बंदियों के लिए विधिक जागरूकता शिविर भी शामिल था। जेल निरीक्षण के दौरान आलोक यादव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सोनभद्र, जेल अधीक्षक अरुण कुमार मिश्र, जेलर अरविंद कुमार सिन्हा, उप कारापाल गौरव कुमार और शशांक पटेल, तथा असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसिल सोनभद्र के जय प्रकाश उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोनभद्र के आदेश पर आयोजित किया गया था। इसकी जानकारी अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शैलेंद्र यादव ने दी।