पुलिस लाइन चौराहे से पक्की बाजार होते हुए कचहरी चौराहे तक सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रही 35 मकानों दुकानों के खिलाफ रविवार को कार्रवाई की गई। तीन सौ मीटर लंबे इस मार्ग की सड़क 60 मीटर चौड़ी होनी है। 3.52 करोड़ मुआवजा भी दिया जा चुका है। कार्रवाई के तहत दो दर्जन से अधिक मकान - दुकानों पर बुलडोजर चला। मजार की दीवार तोड़ दी गई। मस्जिद के बाहर बनी दुकानों पर भी बुलडोजर चला। साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक चले अभियान के दौरान कुछ लोगों ने अभियान के खिलाफ विरोध जताने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। कई दुकानदारों के सामान कार्रवाई के चलते मलबे में दब गए। पुलिस प्रशासन ने दुकानदारों को सामान हटाने का मौका नहीं दिया। एक दर्जन से अधिक ऐसी दुकानें तोड़ दी गई जिसमें सामान था, बावजूद बुलडोजर एक्शन नहीं रुका। जिला पुलिस प्रशासन का कहना था कि कार्रवाई के बाबत पहले ही चेतावनी दे दी गई थी। कार्रवाई के दौरान कई लोगों ने निर्माण नहीं तोड़ने की गुहार लगाई क्योंकि अभी मकान दुकान खाली नहीं किए थे। जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए 07 दिन की मोहलत दी है। चौड़ीकरण के लिए अब जिन मकानों पर बुलडोजर चलने हैं, तीन से चार मंजिल तक के हैं, इसलिए इन्हें तोड़ने के लिए बुलडोजर के साथ हैमर और पोकलेन का इस्तेमाल होगा। सामान हटाने का मौका नहीं दिया, मुआवजा भी नहीं दिया काजिम मोहम्मद हिसामुद्दीन उर्फ मौलवी दायम खान मस्जिद के बाहर बनी दुकान में जनरल मर्चेंट चलाते थे। बुलडोजर का पंजा उनकी दुकान पर भी चला और एक पल में छत चली गई। दुकान में मौजूद सामान हटाने का मौका नहीं मिला। दुकान टूटने से पूरा परिवार परेशान था कि अब रोजी रोटी का जुगाड कहीं और करना पड़ेगा। बोले हम लोगों से सोमवार को कार्रवाई करने की बात कही गई थी लेकिन एक दिन पहले ही लोग आ गए और हमें सामान हटाने तक का मौका नहीं दिया गया। मस्जिद से जुड़ी दुकानों को लेकर अभी तक कोई नहीं दिया गया। पप्पू मिस्त्री ने सरकार से अपनी दुकान तोड़े जाने का मुआवजा मांगा है। पप्पू का कहना था कि उसकी दुकान को लेकर PWD ने कोई निशान नहीं लगाया था, उसके बाद भी हमारी दुकान तोड़ दी गई। मेरे सारे औजार मलबे में दब गए। हमें सरकार मुआवजा दे। तस्वीरों में देखिए अभियान