मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र के खुड्डा गांव निवासी 22 वर्षीय कार चालक सुहेब का शव सहारनपुर जिले के बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र से बरामद हुआ है। सुहेब 10 दिन से लापता था। परिजनों ने पैर के अंगूठे पर मौजूद चोट के निशान से शव की पहचान की। सुहेब की हत्या की आशंका तब गहरा गई थी जब तीन दिन पहले उसकी वेरना कार शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र में जली हुई मिली थी। सुहेब 7 अक्टूबर को शाम 7 बजे कार बुकिंग पर जाने की बात कहकर घर से निकला था, जिसके बाद वह नहीं लौटा। परिजनों ने 10 अक्टूबर को छपार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। सुहेब का विवाह एक साल पहले तमन्ना से हुआ था और 25 दिन पूर्व ही उनके घर एक बेटे का जन्म हुआ था। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार शाम 6 बजे सुहेब को उसके पैतृक गाँव खुड्डा में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। छपार थाना प्रभारी मोहित सहरावत ने बताया कि सुहेब के मोबाइल की अंतिम लोकेशन सहारनपुर के बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र में पाई गई थी। पुलिस आशंका जता रही है कि उसकी हत्या 7 अक्टूबर को ही कर दी गई थी। इसके बाद कार को शामली में जलाकर शव को बिहारीगढ़ के खेत में फेंक दिया गया। क्षेत्राधिकारी सदर रवि शंकर मिश्रा के अनुसार, गुमशुदगी के मामले को अब हत्या के मुकदमे में बदल दिया गया है। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम जांच में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने जल्द ही इस मामले का खुलासा करने का दावा किया है।