फतेहपुर में 108 वर्षों के बाद पूर्ण चंद्र ग्रहण का दुर्लभ नजारा देखने को मिलेगा। रविवार रात 9:57 बजे से शुरू होने वाला यह ग्रहण रात 1:57 बजे तक रहेगा। ग्रहण रात 11:41 बजे अपने चरम पर होगा। सूतक काल दोपहर 12:57 बजे से शुरू हो गया है। इसके चलते जिले के सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। विशेष आरती के बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना रोक दी गई है। सिद्धपीठ तांबेश्वर मंदिर के पुजारी प्रभात द्विवेदी ने बताया कि मंदिर सोमवार सुबह 4 बजे शुद्धिकरण के बाद खोले जाएंगे। इस साल का यह दूसरा ग्रहण उन्होंने गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान खुले में न जाने और भोजन न बनाने की सलाह दी है। पहले से बने भोजन में तुलसी पत्ती डालने की सलाह दी गई है। खगोल शास्त्रियों के अनुसार यह ग्रहण विशेष महत्व रखता है। नासा की रिपोर्ट के मुताबिक यह पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत, एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों से दिखाई देगा। इस दौरान चंद्रमा लाल रंग का दिखेगा, जिसे ब्लड मून कहा जाता है। यह वर्ष 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण है।