13 साल बेटी की मौत का सच जानने की जंग:48 घंटे से शव लेकर भटक रहा पिता, लखनऊ-हरदोई के बीच चक्कर
May 6, 2025 - 17:00
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हरदोई के गेराई गांव में एक पिता की न्याय की लड़ाई एक साल से जारी है। कोतवाली बेनीगंज क्षेत्र में 26 मई 2024 को 13 वर्षीय मोनिका घर से लापता हुई थी। उसी दिन उसका शव गांव के पास जंगल में एक पेड़ से लटका मिला। पिता संतोष कुमार का कहना है कि पुलिस ने बिना उचित जांच के शव का पंचनामा भर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हैंगिंग बताया गया। लेकिन शव की स्थिति संदेह पैदा करती है। मोनिका के घुटने जमीन को छू रहे थे। उसके पैरों के नाखूनों में चोट के निशान थे और खून का रिसाव भी था। पुलिस ने पहले एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की। न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज हुई। बाद में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर केस बंद कर दिया। संतोष ने लगातार अधिकारियों से गुहार लगाई। डीजीपी के आदेश पर हरदोई एसपी ने मामले को संज्ञान में लिया। रविवार को शव को कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम का आदेश दिया गया। शव को पहले लखनऊ भेजा गया। वहां से विशेषज्ञ न होने के कारण वापस भेज दिया गया। फिर सीएमओ हरदोई के निर्देश पर हरदोई लाया गया। यहां भी नोडल अधिकारी ने विशेषज्ञ की अनुपलब्धता बताते हुए पोस्टमार्टम से मना कर दिया। पिछले 48 घंटों से संतोष अपनी बेटी के शव के साथ हरदोई और लखनऊ के बीच भटक रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
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