फिरोजाबाद में 15 साल से फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त गोविंद उर्फ सौरभ उर्फ भानू उर्फ जैन साहब को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त अपने मुकदमे की स्थिति जानने के लिए वकील से मिलने आया था। वह फतेहाबाद रोड पर नगला बरी चौराहे के पास खड़ा था। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी की। खुद को घिरा देख अभियुक्त ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें अभियुक्त के पैर में गोली लग गई। घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभियुक्त के कब्जे से एक तमंचा और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। गोविंद के खिलाफ 17 सितंबर 2010 को थाना जैतपुर बाह जनपद आगरा पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज था। उसे जिला कारागार एटा से फतेहाबाद लाया गया था। वापसी के दौरान उसने दोनों पुलिसकर्मियों को चाट में मादक पदार्थ खिलाकर हथकड़ी सहित फरार हो गया था। इस संबंध में रसूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। अभियुक्त पिछले 15 वर्षों से फरार था और नाम बदल-बदलकर अपनी पहचान छिपा रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक आगरा रेंज ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। 27 जुलाई को मुखबिर से सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार के नेतृत्व में थाना रसूलपुर फिरोजाबाद की टीम ने अभियुक्त को गिरफ्तार किया।