सुल्तानपुर में सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जनपद न्यायाधीश सुनील कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस अदालत में कुल 150 वैवाहिक वादों का सुलह-समझौते के माध्यम से निस्तारण किया गया। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश हीरालाल तृतीय, अपर प्रधान न्यायाधीश अंकिता शुक्ला और शालिनी सागर ने वैवाहिक तथा वैवाहिक संबंधी प्री-लिटिगेशन मामलों का निपटारा किया। इसके अतिरिक्त, मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के अध्यक्ष सुनील कुमार ने मोटर एक्सीडेंट क्लेम याचिकाओं का निस्तारण किया। स्थायी लोक अदालत सुल्तानपुर के अध्यक्ष राधेश्याम यादव ने विद्युत और बीमा से संबंधित वादों का भी निस्तारण किया। इस लोक अदालत में विभिन्न विवादों के कारण अलग हुए 150 दंपत्तियों ने जिला जज के समक्ष सुलह कर फिर से एक साथ रहने का निर्णय लिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विजय गुप्ता ने बताया कि पिछली लोक अदालत में 50,800 मामले निस्तारित किए गए थे। इस बार इस लक्ष्य को पार करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन माह के जागरूकता अभियान का सकारात्मक असर दिखा है, जिससे बड़ी संख्या में वादी एकत्रित हुए। गुप्ता ने यह भी कहा कि लोक अदालतें मुकदमों के बढ़ते बोझ को कम करने में सहायक सिद्ध हो रही हैं। प्रधान न्यायाधीश हीरालाल ने अपनी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके सहयोग से कई दंपत्तियों के बीच के मतभेद समाप्त हुए और उन्हें एक साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया।