ललितपुर सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर एलयूसीसी घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है। यह मुलाकात विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई। एलयूसीसी ने गरीब और पिछड़े वर्ग के हजारों लोगों से करीब 1600 करोड़ रुपए जमा किए। लोगों ने अपने बच्चों की शिक्षा और भविष्य की सुरक्षा के लिए पैसे जमा किए थे। कंपनी ने धोखाधड़ी करते हुए सभी कार्यालय बंद कर दिए और जिम्मेदार अधिकारी फरार हो गए। ललितपुर पुलिस ने फरवरी 2025 में धोखाधड़ी, जालसाजी और गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। यह घोटाला उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है। उत्तराखंड में 189 करोड़ रुपए के गबन का मामला सामने आने पर वहां मुख्यमंत्री के आदेश से जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। विधायक रामरतन कुशवाहा ने कहा कि यह मामला गरीब परिवारों की आजीविका से जुड़ा है। उन्होंने सभी राज्यों में एकीकृत और निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई को जांच सौंपने की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने मानसून सत्र के अनवरत 24 घंटे संचालन के ऐतिहासिक निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि इस व्यवस्था से सभी माननीय सदस्यों को अपने विचार एवं सुझाव रखने का भरपूर अवसर मिला है। जो लोकतंत्र की मजबूती का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।