गाजीपुर में एआरटीओ और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने स्कूली वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान 23 वाहनों पर कार्रवाई की गई, जिनमें से 21 का चालान किया गया और 2 वाहनों को सीज किया गया। यह अभियान शासन के निर्देशों के क्रम में स्कूली वाहनों के संचालन हेतु जारी गाइडलाइन के उल्लंघन पर केंद्रित है। इस बड़ी कार्रवाई से जिले के स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है। जिले में कुल 1772 स्कूली वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें से कई वाहनों का फिटनेस फेल है। आज की चेकिंग में भी कई स्कूल वाहनों के कागजात अधूरे पाए गए। नियमों के अनुसार, स्कूल बसों में कई सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। इनमें वाहन की स्थिति, रेडियम पट्टी, इंजन, हेडलाइट, बैक लाइट, इंडिकेटर, फॉग लाइट, ब्रेक सिस्टम और स्टीयरिंग की जांच शामिल है। अन्य आवश्यक मानकों में बस का पीला रंग, स्टील की बंद बॉडी, अग्निशमन यंत्र, प्राथमिक चिकित्सा किट और एक अनुभवी सहायक की उपस्थिति शामिल है। बस में छात्रों की सूची, उनका नाम, पता, कक्षा, ब्लड ग्रुप और रूट नंबर भी दर्ज होना चाहिए। यातायात प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि स्कूली वाहनों की चेकिंग का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।