हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने आज से अगले 4 दिन तक मानसून कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान लगाया था। मगर, आज सुबह 9 बजे जारी ताजा बुलेटिन में 5 जिले कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर में दोपहर 12 बजे तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश के बाद फ्लैश फ्लड, जल भराव और लैंडस्लाइड की घटनाएं देखने को मिल सकती है। शिमला, सोलन, कुल्लू, चंबा व सिरमौर जिला में भी हल्की बारिश हो सकती है। वहीं मौसम विभाग द्वारा रविवार शाम 6 बजे जारी बुलेटिन में 18 सितंबर तक मौसम साफ रहने और मानसून कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान लगाया गया था। मगर शिमला समेत प्रदेश के ज्यादातर भागों में आज सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक बारिश इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 14 सितंबर के बीच 686.5 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 983.4 मिलीमीटर बादल बरस चुके है। इस अवधि में, कुल्लू जिला में नॉर्मल से डबल बादल बरस चुके हैं। कुल्लू में सामान्य से 108% अधिक और शिमला में 104% ज्यादा बादल बारिश हुई है। मंडी जिला में सामान्य से 76 प्रतिशत अधिक, बिलासपुर में 72 प्रतिशत, सोलन में 71 प्रतिशत, हमीरपुर 57, चंबा 29, कांगड़ा 17, किन्नौर 31, सिरमौर 41 प्रतिशत और ऊना जिला में नॉर्मल से 66 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मानसून सीजन में 404 लोगों की जान जा चुकी यही भारी बारिश प्रदेश में तबाही का कारण बनी है। इस मानसून सीजन में 404 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 76 लोगों की जान बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से गई है। इस सीजन में लैंडस्लाइड की 140 घटनाएं, बाढ़ की 97 और बादल फटने 46 घटनाएं पेश आई हैं। 3 NH समेत 565 सड़कें बंद प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे समेत 565 सड़कें बंद पड़ी हैं। इनमें 90 प्रतिशत सड़कें 15 दिनों से भी अधिक समय से अवरुद्ध हैं। इससे लोगों की आवाजाही और सेब व दूसरी फसलों की ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है। इस मानसून सीजन में 13 मोटरेबल पुल भी टूटे हैं। ऐसे में मानसून का कमजोर पड़ना थोड़ी राहत की खबर है। राज्य सरकार इससे बिजली, पानी और सड़कों की बहाली के काम में तेजी ला सकेगी।